सिविल अस्पताल में थैलेसीमिया के मरीज को चढ़ा दिया एचआईवी पॉजिटिव ब्लड
बठिंडा। शहर के सरकारी अस्पताल (सिविल अस्पताल) में थैलेसीमिया पीडि़त बच्चे को एचआईवी पॉजिटिव ब्लड चढ़ाने से हडक़ंप मच गया। पीडि़त परिवार की शिकायत मिलने पर विभाग ने जांच शुरू कर दी है। बठिंडा का यह बच्चा जन्म से ही थैलेसीमिया से पीडि़त है। उसका इलाज पहले पीजीआई में कराया गया और अब पिछले दस साल से हर 15 दिन बाद सिविल अस्पताल में उसका खून बदला जाता है। परिवार के अनुसार ब्लड चढ़ाते समय ब्लड बैंक का एक कर्मचारी उन्हें बिना बताए ही बच्चे का सैंपल लेकर चला गया। जबकि डॉक्टर ने उसका कोई टेस्ट नहीं लिखा था। उन्होंने आरोप लगाया कि स्टाफ ने पुरानी पर्ची फाड़ कर हाथ से नई पर्ची बना कर उसमें एचआइवी सहित अन्य टेस्ट लिख दिए। इसके बाद ब्लड बैंक के अधिकारियों ने बताया कि उनका बेटा एचआइवी पाजिटिव है।
पीडि़त बच्चे के चाचा ने बताया कि बुधवार को सिविल सर्जन को शिकायत दी गई है। एसएमओ डा. मनिंदर सिंह ने कहा कि जांच के लिए तीन सदस्यीय कमेटी गठित कर दी है। इस कमेटी में डा. गुरमेल सिंह, डा. मनिंदर सिंह व डा. सतीश को शामिल किया गया है। यह एक–दो दिन में रिपोर्ट दे देगी। इसके बाद कार्रवाई की जाएगी। ब्लड ट्रांसफ्यूजन आफिसर डा. मयंक ने कहा कि जांच रिपोर्ट से पहले कुछ नहीं कहा जा सकता। डिप्टी कमिश्नर बी. श्रीनिवासन ने कहा कि वह सेहत विभाग से रिपोर्ट तलब करेंगे।