मर्डर करके फरार हो गया रणदीप गिल, गैंगस्टरों से बताए जा रहे हैं संबंध
तीन साल पहले पुलिस ने पीली बत्ती लगाने पर किया था गिरफ्तार
अमृतसर। शहर के गिलवाली गेट के पास चर्च में घुसकर सेवादार प्रिंस की गोलियां मारकर हत्या करने फरार होने वाले रणदीप सिंह गिल की गिरफ्तारी को पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है। बताया जा रहा है कि तीन साल पहले गाड़ी पर पीली बत्ती लगाकर घूमने पर पुलिस ने रणदीप को गिरफ्तार किया था। जमानत पर छूटवने के बाद उसने आपराधिक गतिविधियां बंद नहीं कीं। पिछले साल पैसे मांगने पर उसने एक रेस्टोरेंट के मालिक और उसके बेटे की पिटाई कर दी थी। तब पुलिस ने मामला तो दर्ज किया था, लेकिन पीडि़त ने दवाब में आकर राजनीमा कर लिया था। बताया जा रहा है कि रणदीप के गैंगस्टरों से संबंध रहे हैं। इसी कारण बेखौफ तरीके से मर्डर करके फरार हो गया है। मारा गया प्रिंस डिप्टी मेयर युनुस खोसला की दूर की रिश्तेदारी में दामाद लगता था। प्रिंस के करीबी जसपाल ने बताया कि अगर पुलिस रणदीप पर पिछली वारदातों के बाद ही शिकंजा कस लेती तो प्रिंस आज जिंदा होता।
रणदीप सिह गिल के पास अकाली सरकार के दौरान छह सुरक्षाकर्मी थे, जो सरकार बदलते ही छीन लिए गए। कांग्रेस की सरकार बनते ही गिल ने कांग्रेस के नेताओं से संबंध बनाने शुरू कर दिए। एसीपी मंगल सिह ने बताया कि कुछ दिन पहले रणदीप ने सी डिवीजन थाने में अर्जी देकर सुरक्षा कर्मी की मांग की थी। उसने अपने साथियों के साथ मिलकर आल इंडिया बाबा खेतरपाल जी शक्ति दल नाम से संगठन बना रखा है। पुलिस की ढीली कार्रवाई के कारण लोगों में रोष है, लेकिन पुलिस का दावा है कि रणदीप को जल्द काबू कर लिया जाएगा।