किसान आंदोलन को कमजोर करने के लिए हो रही पंजाब में घटनाएं
जंडियाला गुरू (सुरेंद्र कुमार)। एक तरफ तो विश्व भर में भुखमरी झेल रहे देशों की सूची में भारत 94वें स्थान पर पहुंच चुका है, दूसरी तरफ सरकार अन्नदाता को खत्म करने पर तुली हुई है। देवीदासपुरा रेल ट्रैक पर आंदोलन की अगवाई कर रहे किसान–मजदूर संघर्ष कमेटी के प्रदेश सचिव सरवन सिंह पंधेर ने कहा कि पंजाब सरकार ने 19 को विधानसभा का विशेष सत्र बुलाया गया है। इसमें नए खेती बिलों के साथ–साथ 2005, 2013 व 2017 में किए गए संशोधनों को भी वापस लिया जाना चाहिए। पंजाब में हो रही घटनाओं की निंदा करते हुए उन्होंने कहा कि किसानों का आंदोलन कमजोर करने के लिए इस तरह की घटनाएं की जा रही हैं।
सविंदर सिंह चटाला, सुखविंदर सिंह सभरां व गुरबचन सिंह चब्बा ने कहा कि भारत भूख के मामले में 94वें स्थान पर है और देश में हर दिन 50 लाख लोग कर्ज के कारण आत्महत्या करते हैं। इस तरफ सोचने की बजाय सरकार किसान और किसानी को तबाह करने की नीतियां बना रही है। दयाल सिंह मियांविंड, हरबिंदर सिंह कंग, जवाहर सिंह टांडा, फतेह सिंह, अजीत सिंह चंबा, इकबाल सिंह वडिंग, लखबीर सिंह वैरोवाल, कुलवंत सिंह भील, हरजिंदर सिंह चकरी, बलविंदर सिंह चोहला साहिब, बछित्तर सिंह मंडला, गुरबिंदर सिंह खवासपुर, सुखविंदर सिंह दुगावाला, अमरदीप सिंह गोपी व बलकार सिंह देवीदासपुरा भी मौजूद रहे।