बठिंडा पहुंचे भाजपा के मनोरंजन कालिया को किसानों ने घेरा
बठिंडा। यहां पहुंचे पूर्व मंत्री व भाजपा के चुनाव प्रभारी मनोरंजन कालिया को किसानों ने घेर लिया। जिसके चलते उन्हें वापस लौटना पड़ा। भारतीय किसान यूनियन (एकता उगराहां) के बैनर तले किसानों ने उस होटल को घेर लिया, जहां कालिया ठहरे थे। भाकियू कार्यकर्ताओं ने पुलिस द्वारा लगाए गए बैरिकेड उखाड़ दिए तो प्रशासनिक अधिकारियों ने कालिया को होटल के पिछले दरवाजे से बाहर निकाला। पुलिस की ओर से 500 कर्मचारियों को यहां तैनात किया गया था और होटल को जाने वाले तीन रास्तों में चार जगहों पर मजबूत बैरिकेडिंग भी की हुई थी। लेकिन किसानों के कड़े विरोध और खलल के चलते भाजपा नेता महज 45 मिनट ही बैठक कर सके। मनोरंजन कालिया निगम चुनाव को लेकर यहां वरिष्ठ नेताओं से मीटिंग करने के लिए पहुंचे थे। भाकियू को भी इसकी भनक लग गई। बैठक शुरू हुए आधा घंटा ही हुआ होगा कि किसान भी एक रास्ते से वहां पहुंच गए। पहुंचते ही उन्होंने बैरिकेड हटाकर रास्ता देने की मांग की, लेकिन पुलिस ने मना कर दिया। इस पर किसानों ने बैरिकेड उखाड़ दिए। इस दौरान किसान नारेबाजी करते हुए होटल के बिलकुल पास लगे हुए बैरिकेड पर पहुंच गए। यहां पर किसानों ने अपनी बाहर खड़ी लाउड स्पीकर वाली गाड़ी को अंदर आने देने की मांग की, लेकिन पुलिस ने बात अनसुनी कर दी। इस पर किसानों ने बैरिकेड को भी उखाड़ दिया। इससे पहले कि किसान होटल की ओर बढऩे की कोशिश करते पुलिस ने उनकी बात मान ली तो किसान वहीं पर धरने पर बैठ गए। हंगामे की सूचना मिलते ही तहसीलदार सुखबीर सिंह बराड़ भी मौके पर पहुंच गए। तहसीलदार और एसपी जसपाल सिंह ने तुरंत बैठक में पहुंचकर बाहर के हालातों से मनोरंजन कालिया को अवगत कराया और यहां से चले जाने को कहा। हालांकि इस दौरान मनोरंजन कालिया ने अधिकारियों की इस बात का कड़ा विरोध जताया और कहा कि क्या वह पंजाब छोड़ दें। इस तरह से प्रशासन यहां पर निष्पक्ष और भयरहित नगर निगम चुनाव कैसे करवा पाएगा। अंतत: कालिया अधिकारियों की बात मान गए और उन्हें बैठक बीच में हो छोडऩे के लिए मजबूर होना पड़ा। उन्हें होटल के पिछले दरवाजे से बाहर निकाला गया।