प्रेमिका के पति को मारी गोली, प्रेमिका बोली : मैं लूंगी पति का बदला

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आरा (अमर ज्वाला ब्यूरो)। प्रेमिका की शादी कहीं और हो गई और एक साल बाद उसने बेटे को जन्म भी दे दिया। लेकिन सिरफिरे आशिक के सिर से आशिकी का भूत नहीं उतरा। वह उस अस्पताल में पहुंचा, जहां उसकी प्रेमिका डिलीवरी के लिए दाखिल थी। वहां हुई कहासुनी के बाद प्रेमी ने प्रेमिका के पति को गोली मार दी। जिसे गंभीर हालत में अस्पताल में दाखिल कराया गया है। गोली मारने के तुरंत बाद आरोपी ने सरेंडर कर दिया। उधर, प्रेमिका ने धमकी दी है कि वह अपने पति का  बदला लेगी और जैसे मेरे पति को मारा, मैं भी उसे मारूंगी। पुलिस ने बताया कि आरोपी गौतम अंजली से प्रेम करता था और उसके साथ रहना चाहता था। अंजली ने बताया कि 8-9 साल पहले आरोपी गौतम इंटर में पढ़ने के दौरान उसका पीछा करता था। इस दौरान दो-तीन बार उसने रास्ते में बात करने की कोशिश की, लेकिन मैंने ने बात करने से इनकार कर दिया। उसने कहा कि मैं न ही गौतम को अच्छी तरह से जानती हूं और न ही उसके परिवार के बारे में जानती हूं। वह सिर्फ पढ़ाई करने जाने के दौरान उसने मेरा पीछा किया करता था। तब से लेकर अब तक हम दोनों के बीच प्रेम–प्रसंग वाली बात नहीं थी।

मुझे नहीं पता कि मेरे पति को उसने गोली क्यों मारी, जैसे मेरे पति को गोली मारी है वैसे ही मैं उसे मारूंगी। अगर मैं ठीक रहती तो उसे बताती। अंजली ने बताया कि दो महीने की गर्भवती होने के बाद वो अपने मायके धरहरा आ गई थी । गौतम अहिरपुरवा मुहल्ला निवासी राज महल यादव का बेटा है। पुलिस अधीक्षक प्रमोद कुमार ने बताया कि शुरुआती जांच और परिजनों से बातचीत में पता चला कि आरोपी ने प्रेम-प्रसंग में युवक को गोली मारी है। अंजली की शादी तय होने के बाद भी आरोपी उससे फोन पर बात करता था। पुलिस के मुताबिक, उसने फोन पर ही अंजली के पति को जान से मारने की धमकी दी थी। वह लगातार घायल रंगनाथ की पत्नी को अपने साथ रहने के लिए फोर्स कर रहा था। जब बात नहीं बनी तो उसने इस घटना को अंजाम दिया। घटना के बाद आरोपी के खिलाफ नगर थाने में केस दर्ज कराया गया। जिसके बाद एएसपी चंद्र प्रकाश के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया। लगातार आरोपी की गिरफ्तारी के लिए दबिश बनाई जा रही थी। इसके बाद आरोपी ने सिविल कोर्ट में सरेंडर कर दिया। अब पुलिस कस्टडी की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।

घायल रंगनाथ अपनी पत्नी अंजली प्रसव के बाद पैदा हुए बेटे को देखने के लिए पटना से सोमवार को आरा के प्राइवेट अस्पताल आया हुआ था। आरोपी गौतम को रंगनाथ के अस्पताल आने की भनक पहले ही लग गई थी। इसके बाद उसने दो-तीन दिन तक अस्पताल की रेकी भी की। जानकारी के मुताबिक, दोनों के बीच अस्पताल में ही बहस भी हुई थी। रंगनाथ अपने बेटे को देखकर बरामदे में बैठा था, तभी आरोपी प्रेमी आ गया और उसने कमर से पिस्टल निकाल रंगनाथ तो तीन गोली दाग दी। घायल युवक की सास संतरा देवी ने बताया कि सभी लोग अंजली और उसके बेटे के साथ केबिन में बैठे हुए थे। उस दौरान दामाद रंगनाथ और उनके ससुर शंकर चौहान बाहर बरामदे में बैठे हुए थे। अचानक मोबाइल से बात करते हुए आरोपी अस्पताल में घुसा और दामाद को देखते ही उन्हें तीन गोली मार दी। गोली लगने के बाद रंगनाथ वहीं गिर गया। लोगों ने प्रेमी को पकड़ने की कोशिश की, लेकिन तब तक वह भाग चुका था। बताया जा रहा है कि भागने के क्रम में भी उसने दो राउंड फायरिंग की और अस्पताल के बाहर खड़े अपने साथी के साथ बाइक से फरार हो गया। घटना के बाद वहां मौजूद सभी लोग सहम गए थे।

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