गन्ने के खेत में रस्सी से बांधे बच्ची के हाथ-पांव और गला, हवस मिटाते समय बीड़ी से शरीर भी जलाया
मेरठ (अमर ज्वाला ब्यूरो)। जिले के गांव रोहट में 40 साल के नशेड़ी युवक ने 10 साल की बच्ची के साथ दरिंदगी कर डाली। सुबह के समय बच्ची जब शौच के लिए खेत में गई तो आरोपी उसे खींचकर गन्ने के खेत में ले गया। वहां जाकर रस्सी से उसके हाथ-पांव और गला बांध दिया। मुंह में कपड़ा ठूंसकर आरोपी ने बच्ची को हवस का शिकार बना डाला। इसी बीच उसने बच्ची के बदन को बीड़ी से जलाया। इससे बच्ची बेहोश हो गई। 8 बजे तक जब बच्ची घर वापस नहीं लौटी तो उसके भाई कुछ लडक़ों को साथ लेकर उसे ढूंढने निकल पड़े। गन्ने के खेत से बच्ची के सुबकने की आवाज सुनी तो वे लोग उस तरफ दौड़े। वहां पर बच्ची नगनावस्था में बेहोश पड़ी थी और उसके शरीर के निचले अंग से खून बह रहा था। उन्होंने तुरंत उसकी रस्सी खोली और कपड़े पहनाकर घर ले गए। वहां से उसे थाने ले जाया गया, मगर पुलिस ने रिपोर्ट लिखने की बजाय उसे अस्पताल भिजवा दिया। घटना एक सितंबर की है। सुबह 6 बजे बच्ची शौच के लिए घर से दूर शौच के लिए खेत में गई थी। होश में आने के बाद बच्ची ने बताया कि पड़ोस में रहने वाले मिंटू अंकल उसे खींचकर गन्ने के खेत में गए गए और उसके कपड़े उतार दिए। वह अपने साथ रस्सी लाया था, जिससे उसके हाथ-पांव और गला बांध दिया। मुंह में कपड़ा ठूंस दिया। इसके बाद वह उसके सीने पर चढ़ गया और उससे गंदी हरकत करते रहा। उसे काफी दर्द हो रहा था, मगर मुंह में कपड़ा होने की बजाय वह चिल्ला भी नहीं पा रही थी। आरोपी ने जलती बीड़ी से उसके बदन को भी कई जगह से जला दिया। बच्ची की मां ने बताया कि बच्ची ने चार दिन से दवा के अलावा कुछ नहीं खाया। वह हर आहट पर घबरा जाती है। पुलिस स्टेशन शिकायत की तो उसने जिला अस्पताल में मेडिकल के लिए भेज दिया। तीन घंटे तक जांच चलती रही, लेकिन कार्रवाई के नाम पर कुछ नहीं हुआ। 4 सितंबर को फिर हम न्याय मांगने बच्ची को गोद में उठाकर थाने पहुंचे। फिलहाल बच्ची मेडिकल अस्पताल में भर्ती है। इलाज चल रहा है। डॉक्टरों का कहना है कि प्राइवेट पार्ट बुरी तरह नोंचा गया है। बच्ची का ऑपरेशन करना पड़ेगा। ऑपरेशन कर सर्जरी की जाएगी। मां कहती है मैं तो बस उस दरिंदे को जेल की सलाखों के पीछे देखना चाहती हूं। वो बचना नहीं चाहिए। पुलिस उसे पकड़े, सजा दे, मेरी बेटी को न्याय दिया जाए।