सीएम कैप्टन अमरिंदर ने सिद्धू के पिता को याद किया, कहा: जब नवजोत पैदा हुआ तब मैं बॉर्डर पर हो चुका था तैनात, नवजोत बोले : पंजाब कांग्रेस से जुड़े सारे वर्कर मेरी पगड़ी के लड़ हैं
चंडीगढ़ (राजकुमार साथी)। कई महीनों तक चली कश्मकस के बाद आखिर शुक्रवार को कांग्रेस भवन में पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी (पीपीसीसी) के नवनियुक्त अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू की ताजपोशी हो ही गई।
समागम में शामिल नहीं होने की अटकलों पर विराम लगाते हुए सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने पंजाब भवन में सभी विधायकों, सांसदों व मंत्रियों को चाय–नाश्ता कराया और फिर विधायकों के काफिले के बीच कांग्रेस भवन पहुंचकर ताजपोशी समागम अटेंड किया।
अपने भाषण में कैप्टन अमरिंदर सिंह ने नवतोज सिंह सिद्धू के परिवार से अपना कनेक्शन बताते हुए कहा कि जब 1963 में नवजोत पैदा हुए थे, तब वह चीन के बॉर्डर पर तैनात हो चुके थे। तब सिद्धू के पिता भगवंत सिंह जी पटियाला कांग्रेस के प्रधान हुआ करते थे। मेरे माता जी वी उनके साथ ही काम किया करते थे। इसके बाद 1967 में मेंरे माता जी चुनाव जीतकर लोकसभा में पहुंच गई थीं।
जब 1970 में मैने सेना छोड़ी तो माता जी ने राजनीति में आने को कहा। मगर मैने यह कहते हुए मना कर दिया कि मैं राजनीति के बारे में कुछ नहीं जानता। तब माता जी ने कहा था कि भगवंत सिंह (नवजोत सिद्धू के पिता) सब सिखा देंगे। इसके बाद सरदार भगवंत सिंह ही उन्हें राजनीति में लाए थे।
मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने मंच से सिद्धू को पंजाब कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष बनने के समारोह में सुनील जाखड़ की तारीफों के पुल बांधे। कैप्टन ने कहा कि जाखड़ ने पंजाब कांग्रेस के बहुत कुछ किया है। उनके योगदान को भुलाया नहीं जा सकता। कैप्टन ने सिद्धू से कहा कि पंजाब का सारा बॉर्डर पाकिस्तान से सटा है और हमें बहुत सावधान रहने की जरूरत है। कांग्रेस पार्टी एक जमात है जो देश की आजादी के लिए लड़ती रही है। अब हमें अपना फर्ज और अपनी डयूटी निभानी है। फिर बोले- सोनिया जी ने मुझसे कहा कि अब नवजोत पंजाब के अध्यक्ष होंगे और आप दोनों को मिलकर काम करना होगा तो मैंने कह दिया था कि आपका जो भी फैसला होगा, वो हमें मंजूर होगा।
सिद्धू ने अपने भाषण में विरोधियों को खूब ललकारा। वे बोले- परखने से कोई अपना नहीं रहता, किसी भी आइने में ज्यादा देर चेहरा नहीं रहता। सिद्धू ने कहा कि आज सारे कांग्रेस कार्यकर्ता प्रधान बन गए, क्योंकि कार्यकर्ताओं के सहयोग के बिना कोई पार्टी राजनीति में टिक नहीं सकती। इस बीच सिद्धू ने भाजपा को घेरते हुए किसानों को लेकर कहा कि जिनके मत से बनती हैं सरकारें, आज दर बदर सड़कों पर भटक रहे बेचारे। 15 अगस्त से सिद्धू का बिस्तरा कांग्रेस भवन में लगेगा। मंत्रियों से अपील है कि वे मुझसे मिलने आएं, पंजाब मॉडल को आगे ले जाकर दिल्ली मॉडल को फेल करना है।
इस वक्त सबसे बड़ा मसला ये है कि हमारे किसान दिल्ली में बैठे हैं। मैं किसानों से मिलना चाहता हूं। इसके अलावा बेअदबी का मसला है। ETT टीचर सड़कों पर हैं। डॉक्टर हड़ताल पर हैं।
कंडक्टर, ड्राइवर धरने पर हैं। इन सभी के मसले हमें हल करने हैं। इसके लिए उनकी समस्याएं सुननी होंगी। मैं सभी के बीच जाऊंगा, बात करुंगा और उन्हें हर संभव तरीके से अपने साथ लेकर आऊंगा।
पंजाब कांग्रेस भवन में सिद्धू ने एक बार फिर अपने तेवर दिखाए। जब वह भाषण देने के लिए खड़े हुए तो भगवान को याद किया, क्रिकेट शॉट मारने का एक्शन किया।