सरकार ने किसानों से कहा : खुद तय कर लो अगली बातचीत का समय
दिल्ली। नए खेती बिलों को लेकर जहां किसान पिछले तीन महीने से आंदोलनरत हैं, वहीं सरकार भी चैन से नहीं बैठ पा रही। पांचवें दौर तक की वार्ता में कोई नहीं निकलने और छठे दौर की वार्ता शुरू होने से पहले ही रद्द होने के बाद अब सरकार ने दूसरी बार किसानों को चिट्ठी लिखी है। जिसमें कहा गया है कि किसान अगली वार्ता का समय खुद ही तय कर लें। सरकार उनकी हर मांग पर चर्चा करने को तैयार है। मीडिया रिपोट्र्स के अनुसार पत्र में सरकार ने कहा है कि सरकार आपके द्वारा उठाए गए मुद्दों के तार्किक समाधान तक पहुंचने के लिए प्रतिबद्ध है। मगर अगले दौर की वार्ता कैसे और किन मसलों पर होगी। ये अभी तक साफ नहीं हुआ है। किसान संगठनों का कहना है कि अगर सरकार कोई ठोस प्रस्तान दे तो वार्ता हो सकती है। दूसरी ओर सरकार का कहना है कि किसान संगठन कानून में संशोधन के जो भी प्रस्ताव लेकर आएंगे उस पर विचार किया जाएगा। लेकिन, प्रदर्शनकारी किसान तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग पर कायम है, जबकि सरकार उनकी इस मांग को मानने को तैयार नहीं है।