लाइलाज नहीं है ब्रेस्ट कैंसर, समय पर जांच कराना जरूरी
बड़ी उम्र में शादी करने पर भी रहता है ब्रेस्ट कैंसर का खतरा
लुधियाना। महिलाओं में जितनी तेजी से ब्रेस्ट कैंसर के मामले बढ़ रहे हैं, उसी तर्ज पर जागरुकता का काम भी चल रहा है। समय–समय पर इस संबंध में सेमिनार व वाकाथन करके विभिन्न एनजीओ और डॉक्टर्स महिलाओं को इस बारे में जागरूक करते रहते हैं। इसी कड़ी में वीरवार को लुधियाना मेडिवेज अस्पताल के गाइनी विभाग की प्रमुख डॉ. वीना जैन ने ओपीडी में पहुंची महिलाओं को इस संदर्भ में जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि कैंसर का नाम सुनते ही लोग काफी डर जाते हैं। लेकिन लगातार हो रही रिसर्च और मेडिकल टेक्नीक में हो रहे बदलाव के चलते इसका इलाज संभव होने लगा है। इसके लिए समय रहते जांच कराकर इलाज शुरू कराना चाहिए। उन्होंने कहा कि ब्रेस्ट कैंसर के ज्यादातर मामलों में दर्द नहीं होता। इस कारण महिला को पता ही नहीं चलता कि वह ब्रेस्ट कैंसर की चपेट में आ चुकी है। अगर थोड़ी–बहुत परेशानी होती भी है तो महिलाएं इसकी अनदेखी कर देती हैं। डॉ. वीना ने कहा कि पहली स्टेज पर पता चलने पर 90 फीसदी ब्रेस्ट कैंसर का इलाज संभव है। जबकि इसकी चौथी स्टेज पर केवल 10 फीसदी का ही इलाज संभव हो पाता है।
उन्होंने कहा कि लगातार बदल रही जीवन शैली के कारण ब्रेस्ट कैंसर बढ़ रहा है। बड़ी उम्र में शादी करने के चलन के कारण भी ब्रेस्ट कैंसर के केसों में इजाफा हो रहा है। समय रहते शादी करने और बच्चों को ब्रेस्ट फीड देकर इस बीमारी से बचा जा सकता है। महिलाएं खुद भी इस बात की जांच कर सकती है कि कहीं वे ब्रेस्ट कैंसर की चपेट में तो नहीं आ रही। अगर किसी को ब्रेस्ट में गांठ जैसा कुछ लगता है तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। क्योंकि जल्दी पता चलने पर इसका इलाज भी जल्दी हो सकता है। अस्पताल के चेयरमैन भगवान सिंह भाऊ ने कहा कि वरिष्ठ ओंकोलॉजिस्ट डॉ. सतीश जैन की अगवाई में लुधियाना मेडिवेज में इस बीमारी का सफल इलाज किया जा रहा है।