साहित्यकार सुरजीत पातर ने पद्मश्री लौटाया
लुधियाना (राजकुमार साथी)। पंजाबी साहित्यकार एवं कवि सुरजीत पातर ने केंद्र सरकार द्वारा की जा रही किसानों की अनदेखी से आहत होकर पद्मश्री सम्मान वापस लौटा दिया। पंजाब आर्ट काउंसिल के चेयरमैन सुरजीत पातर ने कहा कि किसान कड़ाके की ठंड में दिल्ली की सडक़ों पर हकों के लिए संघर्ष कर रहे हैं, इससे वह बुरी तरह आहत हुए हैं। केंद्र सरकार का रवैया भी दुखदायक है। रोजाना बैठकें टाली जारी रही हैं। उन्हें इस बात की कोई चिंता नहीं है कि कड़ाके की ठंड में किसान किस तरह रात गुजार रहे हैं। सुरजीत पातर को 2012 में सुरजीत पातर को साहित्य और शिक्षा के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए पद्मश्री सम्मान से नवाजा गया था।