लुधियाना (दीपक साथी)। विश्व सिख पर्यावरण दिवस के अवसर पर, सांसद (राज्यसभा) संत बलबीर सिंह सीचेवाल, सांसद (राज्यसभा) संजीव अरोड़ा और लुधियाना ईस्ट विधायक दलजीत सिंह भोला ग्रेवाल, जो ‘बुड्ढा दरिया’ की सफाई के लिए गठित विधानसभा कमेटी के चेयरमैन भी हैं, ने गुरुवार को जमालपुर एसटीपी साइट के पास ‘ बुड्ढा दरिया’ के किनारे विभिन्न किस्मों के 1100 पौधे लगाए। इस मौके पर पत्रकारों से अनौपचारिक बातचीत में अरोड़ा ने ‘ बुड्ढा दरिया’ को प्रदूषण मुक्त बनाने की पहल करने के लिए संत सीचेवाल की काफी सराहना की। उन्होंने कहा कि काली बेईं के लगभग 160 किलोमीटर लंबे हिस्से को साफ करने के बाद संत सीचेवाल को दुनिया भर में प्रसिद्धि मिली। उन्होंने उम्मीद जताई कि एक दिन ऐसा आएगा जब संत सीचेवाल के प्रयासों से ‘बुड्ढा दरिया’ भी काली बेईं की तरह पूरी तरह साफ हो जाएगा। इसके अलावा, अरोड़ा ने कहा कि उन्हें यह देखकर खुशी हो रही है कि मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व में पंजाब सरकार और संत सीचेवाल द्वारा किए जा रहे प्रयासों के परिणाम दिखने शुरू हो गए हैं। वह आज संत सीचेवाल द्वारा मौके पर लिए गए पानी के नमूने का जिक्र कर रहे थे। उन्होंने कहा कि टोटल डिसॉल्व्ड सॉलिड (टीडीएस) लेवल की रीडिंग 158 है जो संतोषजनक है। उन्होंने उम्मीद जताई कि ‘बुड्ढा दरिया’ को स्वच्छ बनाने के प्रयासों से भविष्य में टीडीएस स्तर में और कमी आएगी। उन्होंने कहा कि पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान भी राज्य भर में वाटर बॉडीज को साफ करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। अरोड़ा ने ‘बुड्ढा दरिया’ के तट पर वृक्षारोपण अभियान शुरू करने के लिए संत सीचेवाल की भी सराहना की। उन्होंने कहा कि स्थानीय निवासी भी अपना समर्थन देने के लिए आगे आए हैं, उन्होंने कहा कि स्थानीय निवासियों ने संत सीचेवाल से वादा किया है कि वे एक वर्ष में ‘बुड्ढा दरिया’ के साथ 1.25 लाख पौधे लगाएंगे। उन्होंने कहा कि वह इस नेक और लोक कल्याण कार्य में संत सीचेवाल को किसी भी प्रकार का समर्थन देने के लिए हमेशा तैयार हैं। उन्होंने पर्यावरण और मानव स्वास्थ्य की रक्षा में पेड़ों के महत्व के बारे में भी विस्तार से बताया। एक सवाल के जवाब में अरोड़ा ने कहा कि शहर में औद्योगिक इकाइयों को जेडएलडी (जीरो लिक्विड डिस्चार्ज) की सख्त जरूरत है। उन्होंने कहा कि जेडएलडी तभी संभव है जब शहर में एक या दो इंडस्ट्रियल पार्क हों। उन्होंने कहा कि वह इस मामले को पहले ही राज्य सरकार के समक्ष उठा चुके हैं और उम्मीद है कि भविष्य में कुछ ठोस किया जाएगा। उन्होंने कहा कि एक बार पार्क स्थापित हो जाने के बाद जेडएलडी सुनिश्चित करना इंडस्ट्रियल पार्कों की जिम्मेदारी होगी। मीडिया कर्मियों के सवालों का जवाब देते हुए संत सीचेवाल ने कहा कि वे किसी इंडस्ट्री के विरुद्ध नहीं हैं। उन्होंने कहा कि वे केवल यह चाहते हैं कि इंडस्ट्रियल प्रदूषण से जल स्रोतों और पर्यावरण को कोई नुकसान न हो। उन्होंने कहा कि ‘बुड्ढा दरिया’ पूरी तरह से साफ हो जाएगा जब इसके तल से गाद पूरी तरह हटा दी जाएगी और इस वाटर बॉडी में जीरो लिक्विड डिस्चार्ज सुनिश्चित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि वह ‘बुड्ढा दरिया’ को पूरी तरह से साफ करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। उन्होंने इस मुद्दे पर अपना पूरा समर्थन देने के लिए अरोड़ा और स्थानीय विधायकों को धन्यवाद दिया। इस अवसर पर अन्य लोगों के अलावा कुछ उद्योगपति और नगर निगम, लुधियाना के एडिशनल कमिश्नर परमदीप सिंह भी उपस्थित थे।