पुलिस ने चोरी करने वालों को पकड़ा तो सच आया सामने
लुधियाना (राजकुमार साथी)। वीजा के लिए मेडिकल करने वाले डॉक्टर के घर से हुई चोरी के मामले में चोरों के पकड़े जाने के बाद से टैक्स चोरी का खुलासा हुआ है। क्योंकि डॉक्टर की ओर से केवल 25 लाख रुपए और जेवरों की चोरी की बात पुलिस को बताई थी। जबकि चोरों के पकड़े जाने के बाद करीब साढ़े तीन करोड़ रुपए की चोरी सामने आई है। बताया जा रहा है कि डॉक्टर ने इनकम टैक्स चोरी से बचने के लिए कम राशि की रिपोर्ट लिखाई। अब आयकर विभाग भी इस मामले में जांच कर सकता है। पुलिस कमिश्नर मनदीप सिंह सिद्धू और डीसीपी जसकरनजीत सिंह तेजा ने बताया कि शहीद भगत सिंह नगर निवासी डॉ. वाहेगुरू पाल सिंह सिद्धू और पत्नी के पास वीजा मेडिकल की अथारिटी है। 24 सितंबर को दीवार फांदकर घर में घुसे चोरों ने चौकीदार और डॉक्टर दंपत्ति को बंधक बनाकर कैश, ज्वेलरी और कार चुरा ली थी। डॉक्टर ने सिर्फ 25 हजार कैश कुछ तोले सोने-चांदी के जेवर चोरी होने की शिकायत दर्ज कराई थी। पुलिस ने मामले को गुप्त रखते हुए जांच की और अमृतसर के एक होटल से चार लोगों को चोरी के सामान के साथ गिरफ्तार कर लिया। उनके कब्जे से 3.51 करोड़ रुपए कैश, 27 तोले सोना और 88 ग्राम चांदी बरामद कर ली है। आरोपियों की पहचान गांव थरीके निवास गुरविंदर सिंह उर्फ सोनू, दुगरी फेस-2 निवासी पवनीत सिंह उर्फ शालू, तरनतारन निवासी जगप्रीत सिंह व साहिलदीप सिंह के तौर पर हुई है। पुलिस ने उनके कब्जे से चोरी की गई चार भी बरामद कर ली है। आरोपियों पर पहले से कई केस दर्ज हैं। पूछताछ में और भी कई बड़े खुलासे होने की संभावना है।