विनय की मां बोली : 52 बीघा जमीन के लिए मार दिया मेरे बेटे को

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केंद्रीय मंत्री के घर में हत्या का मामला, पुलिस का दावा : जुआ खेलते समय हुई बहस के दौरान हुई घटना

लखनऊ (अमर ज्वाला ब्यूरो)। केंद्रीय मंत्री कौशल किशोर के घर पर मारे गए भाजपा कार्यकर्ता के मामले में मृतक विनय श्रीवास्तव की मां ने आरोप लगाया है कि 52 बीघा जमीन के लिए उसके बेटे की हत्या की गई है। दूसरी तरफ पुलिस का दावा है कि मंत्री के घर में सभी दोस्त जुआ खेल रहे थे, इसी दौरान हुई बहस के दौरान यह घटना हो गई।

विनय की मां छाया का कहना है कि पुलिस कह रही है, जुआ खेला गया। वहां ताश का एक पत्ता नहीं था। बेटे से पहले मारपीट की गई। उसकी घड़ी टूटी हुई, ऊपर गमले में पड़ी हुई मिली। पूरी शर्ट फटी थी। राखी भी टूटी पड़ी थी। विनय बचने के लिए भागा था। लेकिन उसे जीने में लाकर गोली मार दी गई। मुझे पुलिस की रिपोर्ट पर संदेह है। मेरे बेटे की मौत की उच्चस्तरीय जांच होनी चाहिए। हत्यारों को सजा दिलाने के लिए मैं आखिरी सांस तक लडूंगी।” बेटे की मौत के बाद छाया सदमे में हैं। छाया का आरोप है कि 52 बीघे की जमीन को कब्जाने के लिए मंत्री के बेटे विकास किशोर के दोस्त अरुण प्रताप सिंह उर्फ बंटी ने उनके बेटे की हत्या कर दी। लखनऊ में गुरुवार-शुक्रवार रात केंद्रीय राज्य मंत्री कौशल किशोर के दुबग्गा स्थित घर पर विनय श्रीवास्तव की गोली मारकर हत्या कर दी गई। विनय मंत्री के लड़के विकास किशोर उर्फ आशू का दोस्त था। घर में गोली चलने की सूचना पुलिस को दी गई।

मौके से पहुंची पुलिस ने वारदात में शामिल तीन दोस्तों अजय रावत, शमीम बाबा और अंकित वर्मा को हिरासत में लिया।

पुलिस की शुरुआती जांच में सामने आया कि जिस पिस्टल से गोली चली, वो सांसद कौशल किशोर के बेटे की है। लेकिन घटना से पहले मंत्री का बेटा दिल्ली के लिए निकल गया था। दिन भर चली जांच के बाद देर शाम को पुलिस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके मामले का खुलासा कर दिया। पुलिस ने बताया कि हत्या जुआ के विवाद को लेकर हुई। आरोपी दिन भर पुलिस और परिवार को गुमराह करते रहे कि विनय ने खुद को गोली मार ली। पुलिस के सख्ती करने के बाद आरोपी टूट गए और सच कबूल कर लिया। खुलासे के बाद भी कई सवाल दिमाग में घूम रहे थे। विकास कौशल अपनी पिस्टल रुम पर छोड़कर क्यों गया? क्या 15 हजार की हार जीत को लेकर ही हत्या हुई? सिर्फ वहां विनय के अलावा 3 लोग ही थे। विनय की मां ने बताया 31 अगस्त का दिन था। विनय 11 बजे राखी बंधवाने के बाद घर से निकल गया। घर से करीब 600 मीटर की दूर ठाकुरगंज के फरीदीपुर मंत्री कौशल किशोर के लड़के का घर पहुंचा। इसके बाद वहां से कौशल किशोर के बेटे विकास किशोर को एयरपोर्ट छोड़ने गया।

                                           Central MInister and his son

एयरपोर्ट से लौटने के बाद विकास के घर चला जाता है। जहां पर अजय रावत, शमीम बाबा, अंकित वर्मा, अरुण प्रताप सिंह और सौरभ रावत भी थे। रात 8 बजे करीब छोटे भाई विक्रांत कॉल करता है, तो कुछ देर में आने की बात कहता है। लंबा समय बीतने के बाद जब नहीं आता है, तो रात 1:30 बजे फिर कॉल करता है। तो जवाब दिया कि कुछ जरूरी न हो सो जाओ। कुछ देर में आ जाउंगा। अक्सर देर रात से आने की वजह हम लोग आराम से सो गए। मां ने संदेह जताते हुए कहा कि विनय आशू का बहुत खास दोस्त था। आशू कहीं भी जाता, तो विनय को साथ ले जाता था। लेकिन उस दिन नहीं ले गया। अपनी लाइसेंसी पिस्टल भी बाहर रखकर गया। ऐसी कई चीजें हैं, जो साजिश की तरफ इशारा कर रही हैं। मृतक विनय के भाई विक्रांत के मुताबिक, अरूण प्रताप उर्फ बंटी भी इस मामले में पूरी तरह शामिल है। हमारा भाई और बंटी दोनों मंत्री जी के पास आते जाते रहते हैं। वहीं से दोनों का व्यवहार बन गया था। दोनों ने साथ में मिलकर एक गांव में 52 बीघा जमीन ली थी। जिसमें दोनों का आधा-आधा था। भाई ने 15-20 दिन पहले बड़े भाई विकास ने पूछा भी था कि जमीन की रजिस्ट्री करानी है किसके नाम करा लूं। तो भाई ने मां के नाम पर रजिस्ट्री कराने की बात कही थी। उस जमीन को आधा न देना पड़े इस वजह से विनय को साजिश के तहत मारा गया। सबने सोचा था कि विनय के मरने के बाद जमीन को आपस में बांट लेंगे। एंट्री गेट का कैमरा चल रहा है। जबकि जिस कमरे में घटना हुई वहां का कैमरा नहीं चल रहा है। मुझे ऐसा लग रहा है बाकी लोग पीछे वाले गेट से मारके निकल गए। वहां पर सौरभ रावत भी मौजूद था।

उसकी मां के बयान और पुलिस का बयान संदेह पैदा कर रहा है। सौरभ की मां ने कहा कि वो 12 बजे घर आ गया था। जबकि पुलिस का कहना है कि सौरभ 2 बजे खाना लेकर आया था।

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