गाजियाबाद (अमर ज्वाला ब्यूरो)। घर से स्कूल जाने के लिए निकाली 15 साल की छात्रा को दो युवक ऑटो में बिठाकर ले गए और कमरे में ले जाकर उसके साथ गैंगरेप किया। बाद में वे उसे बाजार में उतारकर और किसी को बताने पर जान से मारने की धमकी देकर फरार हो गए। परिजनों की शिकायत पर पुलिस ने एक दर्ज करके अंकुश नाम के एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। क्षेत्र के भाजपा विधायक नंद किशोर गुर्जर खुद थाने पहुंचे और ऑटो ड्राइवर सलमान को तत्काल गिरफ्तार करने को कहा। बताया जा रहा है कि बच्ची के पिता भाजपा से जुड़े हुए हैं। लोनी बॉर्डर थाना क्षेत्र की एक कॉलोनी में रहने वाली 15 साल की लड़की के पिता ने बताया, हमारी बेटी कक्षा-7 में पढ़ती है। “28 अगस्त की सुबह साढ़े 7 बजे हमारी बेटी स्कूल जा रही थी। स्कूल से कुछ ही दूरी पर दो शख्स ऑटो लेकर आए और उसका रास्ता रोक लिया। उन लोगों ने बेटी को बहला-फुसलाकर ऑटो में बैठा लिया। फिर उसे गुलाब वाटिका में एक मकान पर लेकर पहुंचे। वहां दोनों ने बारी-बारी से उससे रेप किया। इसके बाद आरोपी उसको ऑटो से ही लोनी में बुध बाजार लक्ष्मी गार्डन में उतार कर फरार हो गए। भागने से पहले आरोपियों ने घटना के बारे में किसी को बताने पर जान से मारने की धमकी भी दी। मेरी बेटी रोती हुई घर आई और सारी घटना बताई।” थाना लोनी बॉर्डर पुलिस ने 29 अगस्त को इस केस में अंकुश और एक अज्ञात व्यक्ति पर पॉक्सो एक्ट में केस दर्ज कर लिया है। आरोपी अंकुश की गिरफ्तारी पर होने पर क्षेत्रीय विधायक नंदकिशोर गुर्जर और अन्य तमाम लोग शुक्रवार को थाना लोनी बॉर्डर पर पहुंचे। उन्होंने इस पूरी घटना पर आक्रोश जताते हुए फरार सलमान को जल्द गिरफ्तार करने की मांग की। पुलिस ने विधायक को बताया कि मुख्य आरोपी अंकुश को गिरफ्तार कर लिया गया है। विधायक ने कहा कि जिस व्यक्ति के मकान में दरिंदगी हुई है, उसके मालिक और ऑटो ड्राइवर को भी गिरफ्तार किया जाए। विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने कहा, “ये दुखद घटना है। सलमान नाम का दरिंदा है, जो ऑटो में बैठाकर ले गया। बच्ची से दुराचार किया। मैंने उच्चाधिकारियों से कह दिया है कि दरिंदों को बुरी तरह कुचल दीजिए। अगर नहीं कुचलते हैं, तो हम चुप नहीं बैठेंगे। हमारी मांग है कि सलमान का मकान सील किया जाए। मैंने अधिकारियों से कहा है कि वो लोनी क्षेत्र के सभी ऑटो वालों की चेकिंग करें। जिनके पास लाइसेंस या दस्तावेज नहीं हैं, उन्हें जूता मारकर उल्टा लटका दिया जाए। तीन दिन में पुलिस ने कार्रवाई करने का आश्वासन मुझे दिया है।” पीड़ित पक्ष से जुड़े अन्य लोगों ने कहा, “पुलिस ने FIR दर्ज होने के करीब 24 घंटे बाद पीड़िता का मेडिकल परीक्षण कराया। पीड़िता ने साफ तौर पर बयान दिया कि जब तक उसे होश था, दो लोग गंदा काम कर रहे थे। इसके बावजूद पुलिस ने FIR में अंकुश को नामजद किया है। ऑटो ड्राइवर सलमान का नाम FIR कॉपी में नहीं है।” मामले में ACP रवि प्रकाश सिंह ने बताया, “नामजद अभियुक्त अंकुश को गिरफ्तार कर लिया गया है। परिजन जिस दूसरे आरोपी के बारे में बता रहे हैं, अभी उस पर जांच चल रही है। जांच में जो तथ्य सामने आएंगे, उसी अनुसार आगे की कार्रवाई होगी।”