विजिलेंस दफ्तर में जाकर पेश हुआ इंदी, अदालत 4 जनवरी को घोषित करने वाली थी भगोड़ा
लुधियाना (राजकुमार साथी)। ट्रासपोर्टेशन घोटाले में शामिल रहे पूर्व कैबिनेट मंत्री भारत भूषण आशू के करीबी इंद्रजीत इंदी ने विजिलेंस दफ्तर में सरेंडर कर दिया है। कोर्ट की ओर से उसे 4 जनवरी को भगोड़ा घोषित करना था, लेकिन दो दिन पहले सोमवार को ही वह खुद ही विजिलेंस के पास पहुंच गया। इससे पहले इंदी ने सुप्रीम कोर्ट में जमानत याचिका दायर की थी, जो रिजेक्ट हो गई थी। इंदी पर अगस्त महीने में एक सीसीटीवी फुटेज के आधार पर विजिलेंस ने एफआईआर दर्ज की थी। विजिलेंस ने उसे पेश होने के लिए उसके घर के बाहर पोस्टर भी चिपकाए थे। जिसमें उसे एक महीने के भीतर सरेंडर करने की चेतावनी दी गई थी। इंदी के साथ ही इसी घोटाले में शामिल रहे फूड एंड सिविल सप्लाई विभाग के बड़े अधिकारी आरके सिंगला की राजगुरू नगर स्थित कोठी पर भी ऐसा ही पोस्टर चिपकाया गया था। मगर उसके पेश नहीं होने पर कोर्ट ने उसे भगोड़ा करार दे दिया था।