बाबा साहिब के बताए रास्ते पर चलकर ही दी जा सकती है सच्ची श्रद्धांजलि : धींगान
लुधियाना (राजकुमार साथी)। भारतीय वाल्मीकि धर्म समाज (भावाधस) व नगर निगम कर्मचारी यूनियन की ओर से ए-जोन स्थित दफ्तर में भारत रत्न बाबा साहिब डॉ. भीम राव अंबेडकर जी का परिनिर्वाण दिवस मनाते हुए उन्हें पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी गई। इस मौके भावाधस के मुख्य संचालक व यूनियन के चेयरमैन वीरश्रेष्ठ नरेश धींगान ने कहा कि बाबा साहिब को सच्ची श्रद्धांजलि यही होगी कि हम लोग उनके बताए रास्ते पर चलकर देश व समाज की सेवा करें। उन्होंने कहा कि भले ही अंग्रेज 15 अगस्त 1947 को देश छोडक़र चले गए थे, लेकिन भारतीयों को असली आजादी तभी मिली थी, जब बाबा साहिब की ओर से लिखा गया संविधान देश में लागू किया गया। क्योंकि बाबा साहिब ने इस संविधान में देश के हर नागरिक को समानता का अधिकार दिया है।
इसी संविधान की बदौलत भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतांत्रिक देश कहलाता है। क्योंकि यहां राजा किसी रानी के पेट से नहीं बल्कि बाबा साहिब की ओर से दिए गए वोट के अधिकार के कारण मतपेटी से निकलता है। इस कारण उन्हें केवल दलितों का मसीहा कहकर उनका कद छोटा नहीं करना चाहिए, क्योंकि वे आधुनिक भारत के सच्चे निर्माता था। उन्होंने देश के हर वर्ग को कुछ न कुछ जरूर दिया है। हर देशवासी को बाबा साहिब को नमन करते हुए श्रद्धांजलि अर्पित करनी चाहिए।
इस मौके पर राष्ट्रीय कार्यवाहक महामंत्री वीरश्रेष्ठ राजकुमार साथी, यूनियन के वाइस चेयरमैन वीर मदन लाल जोश, कार्यकारी प्रधान वीर शिव कुमार पारचा, भावाधस यूथ विंग के प्रदेश प्रधान वीर नीरज सुबाहू, जिला प्रभारी वीर प्रदीप लांबा, जिला संयोजक वीर पिंका चंडालिया, वीर जसबीर सिंह, वीर विक्की रहेला, वीर बलराज बत्रा, वीर कुलदीप धींगान, वीर हरबंस लाल गिल, वीर सुरेश चंद्र, वीर दलीप घारू, वीर मनदीप सिंह धालीवाल, वीर गुरमीत मल्ल, वीर सुरेश शैली, वीर जतिंदर फौजी, वीर राजिंदर धींगान, वीर प्रदीप कुमार व वीर राजन पारचा समेत कई लोग मौजूद रहे।