75वें स्वतंत्रता दिवस पर रैगुलर होंगे नगर निगम के सभी कच्चे दर्जा चार कर्मचारी
लुधियाना (राजकुमार साथी)। सीवरमैन सफाई कर्मचारी संघर्ष कमेटी की ओर से 31 मई से लेकर 25 जुलाई तक दिए गए धरने व भूख हड़ताल का परिणाम 15 अगस्त को देश के 75वें स्वतंत्रता दिवस पर निकलने वाला है।
संघर्ष कमेटी की ओर से की जा रही मांग के अनुसार राज्य के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान गुरू नानक स्टेडियम में आयोजित होने वाले आजादी समारोह के दौरान नगर निगम के कच्चे दर्जा चार कर्मचारियों को नियुक्ति पत्र देकर उन्हें पक्का करने की प्रक्रिया का शुभारंभ करेंगे। हालांकि सभी मुलाजिमों को नियुक्ति पत्र देने में करीब 3 महीने तक का समय लगने की संभावना जताई जा रही है।
नगर निगम कमिश्नर शेना अग्रवाल का कहना है कि मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान 15 अगस्त के समारोह में अपने हाथों से कच्चे मुलाजिमों को नियुक्ति पत्र देकर उन्हें पक्का करने की प्रक्रिया का शुभारंभ करेंगे। इसकी सारी तैयारी पूरी कर ली गई है।
बताते चलें कि 1992 के बाद से नगर निगम में तैनात कोई भी सीवरमैन पक्का नहीं किया गया। जबकि सफाई कर्मचारी भी 2011 में ही पक्के किए गए थे। लगातार तीस साल की सर्विस के बाद पक्का होने की खुशी सीवरमैनों के चेहरों पर साफ नजर आ रही है। वे लोग इस स्वतंत्रता दिवस को अपनी स्वतंत्रता मानते हुए सेलिब्रेट करने की बात कह रहे हैं। दूसरी तरफ सीवरमैन सफाई कर्मचारी संघर्ष कमेटी की अगवाई कर रहे वीरश्रेष्ठ नरेश धींगान, विरेश विजय दानव, वीरश्रेष्ठ डा. डीपी खोसला, कर्मयोगी चौधरी यशपाल, वीरश्रेष्ठ सुरिंदर कल्याण व वीरश्रेष्ठ समय सिंह बिरला का कहना है कि उन्हें पूरा यकीन है कि उनकी ओर से किया गया संघर्ष दो दिन बाद सफल होने वाला है, लेकिन वे कच्चे दर्जा चार कर्मचारियों को नियुक्ति पत्र मिलने से पहले किसी भी तरह का सेलिब्रेशन करने के पक्ष में नहीं हैं। हालांकि 15 अगस्त की सुबह गुरू नानक स्टेडियम में कच्चे मुलाजिमों को पक्का होने का नियुक्ति पत्र मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के हाथों मिलने के बाद शाम चार बजे नगर निगम दफ्तर ए जोन की पार्किंग के पीछे एक जश्न मनाया जाएगा।
जिसके लिए सभी पक्के हो रहे मुलाजिमों को आमंत्रित किया गया है। उन्होंने बताया कि 56 दिन तक चले इस आंदोलन को उन्होंने शांतिपूर्ण तरीके से सफल बनाया है। हालांकि विरोधी पक्ष के कुछ लोग इस आंदोलन में शामिल रहे मुलाजिमों को भडक़ाने का प्रयास करते रहे, मगर संघर्ष की अगवाई कर रहे नेताओं ने खुद भी शांति बनाए रखी और मुलाजिमों को भी शांत रखा। इसी वजह से इस आंदोलन के दौरान सैकड़ों की संख्या में पुलिस बल तैनात होने के बावजूद किसी भी मुलाजिम में डर नहीं दिखा और अंतत: वे लोग निगम प्रशासन व सरकार को झुकाकर अपना हक हासिल करने में सफल हो रहे हैं। उन्होंने इस आंदोलन की वजह से पक्के हो रहे सभी मुलाजिमों को बधाई देते हुए कहा कि हमारी संघर्ष कमेटी के हर एक उस कच्चे मुलाजिमों को पक्का कराने की लड़ाई लड़ी है, जो 18 जून 2021 से पहले भर्ती हुआ था, भले ही वह किसी भी यूनियन के साथ काम कर रहा हो। उन्होंने समाज के खिलाफ काम करते हुए इसे कमजोर करने को प्रयासरत नगर निगम में तैनात कुछ अधिकारियों से भी अपील की है कि वे अपनी प्रवृति बदलें और समाज के हित में काम करें।