हरियाणा ने तीन दिन के लिए सील किए अपने बॉर्डर
चंडीगढ़। हरियाणा सरकार ने किसानों के दिल्ली जाने से रोकने के लिए पंजाब व दिल्ली से लगते अपने बॉर्डर सील कर लिए हैं। सरकार ने किसी भी सूरत में इन किसानों को दिल्ली जाने से रोकने की रणनीति बनाई है। इसके लिए राज्य सरकार ने पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश जारी कर दिए हैं। दिल्ली में कोरोना वायरस का कहर है। यदि किसान किसी किसी तरह जिद कर दिल्ली जाने में कामयाब भी हो गए तो उन्हें कोरोना होने अथवा उनसे संक्रमण फैलने का खतरा बढ़ सकता है। लिहाजा सरकार नहीं चाहती कि किसी तरह का रिस्क लिया जाएगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ वीडियो कान्फ्रेंस के बाद हरियाणा के सीएम मनोहर लाल ने कहा कि किसानों को दिल्ली जाने से रोकने के लिए हरियाणा व पंजाब की सीमाएं सील की जाएंगी। कुछ किसानों को एहतियात के तौर पर हिरासत में भी लिया गया है। मुख्यमंत्री मनोहरलाल ने किसान संगठनों से कहा कि वे तीन कृषि कानूनों के विरोध में 26 नवंबर को दिल्ली कूच का इरादा छोड़ दें। यह किसी भी लिहाज से उचित नहीं है।
कांग्रेस समेत कुछ किसान संगठन किसानों को बरगलाने का काम कर रहे हैं। तीनों कृषि कानून किसानों के हित में हैं। न तो एमएसपी बंद हो रहा है और न ही मंडियां बंद हो रही हैं। हरियाणा सरकार ने धान की फसल की खरीद सभी मंडियों में एमएसपी पर की है। आगे भी ऐसा ही होगा और भविष्य में मंडियों की संख्या भी बढ़ाई जाएगी। मनोहर लाल ने प्रदेश के लोगों से भी आह्वान किया कि 25 व 26 नवंबर को वह दिल्ली जाने से परहेज करें। इसके साथ ही पंजाब जाने वाले रास्तों पर भी लोग न जाएं।