8 नवंबर को रखा जाएगा पुत्र की लंबी उम्र के लिए अहोई अष्टमी का व्रत
लुधियाना। वैसे तो करवाचौथ के चार दिन बाद ही अहोई अष्टमी का व्रत रखा जाता है, लेकिन इस बार अष्टमी तिथि का क्षय होने के कारण अहोई अष्टमी आठ नवंबर को ही मनाई जाएगी। कुछ लोग अहोई सप्तमी का पूजन करते हैं, तो कई अहोई अष्टमी का। इस बार सप्तमी और अष्टमी दोनों ही पर्व आठ नवंबर को मनाए जाएंगे। इस दिन रवि पुष्य योग भी रहेगा, जोकि कई कुयोगों को दूर करने वाला होता है। ज्योतिषाचार्यों के अनुसार ये व्रत महिलाएं अपनी संतान की लंबी उम्र के लिए रखती हैं। महिलाएं बिना अन्न–जल ग्रहण किए व्रत रखती हैं। शाम को तारे को जल अर्पित करके व्रत खोलती हैं। अहोई पूजन पर शाम के समय दीवार पर अहोई माता का चित्र (मांडणा) बनाने की कला लुप्त होती जा रही है। इसकी जगह अब अहोई माता का कैलेंडर पूजा में इस्तेमाल करने लगे हैं। इस साल अहोई पूजा का मुहूर्त आठ नवंबर शाम 5.26 बजे से शुरू होकर शाम 6.48 मिनट तक रहेगा।