होटल मालिक की बच्ची मोगा से बरामद, पुलिस की पकड़ से बाहर है अपहरणकर्ता ड्राइवर
लुधियाना (राजकुमार साथी)। शहीद भगत सिंह नगर निवासी होटल कीज के मालिक पंकज गुप्ता का अपह्रत हुआ बेटा विनम्र मोगा से बरामद हो गया है। पुलिस के लगातार बढ़ रहे दवाब के चलते अपहरणकर्ता ड्राइवर उसे गाड़ी में छोडक़र भाग गया था। फिलहाल वह पकड़ से बाहर बताया जा रहा है। फरार हुआ ड्राइवर दुगरी का रहने वाला राजेंद्र पाल है। वह काफी समय से पंकज गुप्ता के पास ड्राइवर की नौकरी कर रहा था। वह खुद को पुलिस मुलाजिम भी बताया करता था। बरामद हुई गाड़ी से पुलिस की वर्दी, पुलिस की बेल्ट और पुलिस का आई कार्ड भी बरामद किया है। तकरीबन 20 अधिकारियों की टीमें सरगर्मी के साथ आरोपी की तलाश में छापामारी कर रही है।
मंगलवार की दोपहर जब होटल कीज के मालिक पंकज गुप्ता का ड्राइवर रोजाना की तरह उनके ढाई साल के बेटे को कार में घुमाने के लिए लेकर गया। उसके बाद उसका मोबाइल बंद आने लगा। शाम पांच बजे ड्राइवर ने पंकज गुप्ता को एक अज्ञात नंबर से फोन करके चार करोड़ की फिरौती मांगी। पंकज ने पुलिस को इसकी जानकारी दी। पुलिस कमिश्नर राकेश अग्रवाल ने तत्काल संज्ञान लेते हुए 20 अधिकारियों की टीमें तैयार की। जिसमें डीसीपी, एडीसीपी, एसीपी तथा एसएचओ स्तर के अधिकारी थे। आरोपी की लोकेशन का पता लगाने के लिए पुलिस ने टेक्निकल यूनिट और साइबर सेल की भी मदद ली। परिवार को आरोपी से लगातार बात करते रहने को कहा गया। ताकि उसकी सही लोकेशन ट्रेस हो सके। अंत मे पुलिस को आरोपी की लोकेशन मोगा की मिली। पुलिस की टीमों ने मोगा, कोट ईसेखां और निहाल सिंह वाला में संयुक्त रूप से कार्रवाई की। बताया जाता है कि मोगा से वो कार बरामद हो गई। जिसमें बैठी बच्ची को भी सकुशल मुक्त करवा लिया गया।
चार करोड़ की फिरौती के लिए बच्ची का अपहरण करने वाले हरजिंदरपाल का अपराधिक इतिहास है। उसके खिलाफ पहले से पंजाब, हरियाणा व राजस्थान में हत्या, अपहरण, असलहा एक्ट, चोरी व धोखाधड़ी समेत अन्य आपराधिक धाराओं के तहत पांच केस दर्ज हैं। वह 2010 में अरनीवाल में एक बच्चे को किडनैप करने के बाद उसकी हत्या भी कर चुका है। इस मामले में वह वांटेड चल रहा था। अब मोटी फिरौती वसूलने के लिए वह पिछले दो साल से वारदात के लिए साजिश रच रहा था। पंकज ने बताया कि हरजिंदरपाल रोजाना दोपहर को विनम्र को घुमाने ले जाता था और थोड़ी देर में ही वापस आ जाता था। मगर मंगलवार को वह वापस नहीं लौटा।
पुलिस की गतिविधि का पता चलते ही अपहरणकर्ता ने बच्चे को पोलो कार में शिफ्ट कर लिया। बुधवार सुबह आठ बजे उसी नंबर से पंकज की पत्नी को फोन आया कि बच्चे को डगरू रेलवे फाटक के पास खड़ी कार में छोड़ दिया गया है। उसे आकर ले जाएं। इसका पता चलते ही लुधियाना पुलिस ने मोगा पुलिस से संपर्क किया और लुधियाना से गई पुलिस की टीम बच्चे को वापस लेकर आई। बाद में पुलिस ने पकंज की स्विफ्ट कार भी बरामद कर ली।