दफ्तर के बाहर “स्विच ऑफ योर मोबाइल” लिखा तो होगी संबंधित अधिकारी पर कार्रवाई
लुधियाना (राजकुमार साथी)। मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने कलम छोड़ हड़ताल का नारा देने वाले कर्मचारियों को कड़ी चेतावनी दी है। उन्होंने कहा कि अब किसी ने कलम छोडऩे की बात की तो उसे नौकरी से हाथ धोना पड़ेगा। इसके साथ ही ऑफिस के बाहर कैमरा बंद लिखने वाले अधिकारियों पर भी कार्रवाई की जाएगी। पंजाब एग्रिकल्चरल यूनिवर्सिटी (पीएयू) में चल रहे किसान मेले के दूसरे दिन पहुंचे सीएम मान ने कहा कि पंजाब में बहुत से पढ़े लिखे युवा नौकरी लेने के लिए तैयार बैठे है। आज जब वह मेले पर आ रहे थे तो उन्होंने देखा कि किसान ज्यादातर कंधों पर बीजों की बोरियां उठा कर ले जा रहे थे। इनमें से ज्यादातर वो किसान थे जो युवा है। जिन्हें देख खुशी मिली कि आज पंजाब के युवा किसानों को पहल देने लगे है। आज मशीनरी युग है, खेती करने के तरीके बदल चुके है। इसलिए अब युवा किसानों को मेलों का हिस्सा बनाया जा रहा है ताकि युवा किसान समयनुसार बदल रही खेती के तरीके को समझ सके। खुशी की बात है कि 1 लाख 9 हजार किसानों ने मेले में रजिस्ट्रेशन करवाई है।
मान ने कहा कि किसान बासमती खेतों में लगाए। बासमती को सरकार प्रोडयूस करेंगी। पंजाब में भी उन स्प्रे पर पाबंदी लगाई है, जो विदेशों में बैन है। केन्द्र सरकार लगातार नए-नए टेक्स लगाकर पंजाब के विकास को रोकने का हर संभव प्रयास कर रही है। अब सरकार ने 1200 रुपए प्रति टन सेस लगा दिया है। जिसे रद्द करवाने के लिए केन्द्र से बातचीत चल रही है। केन्द्र सरकार ने पंजाब का रुरल डिवेल्पमेंट फंड का पैसा रोका हुआ है। ये पैसा मंडी और मंडियों की सड़कें आदि बनाने में लगना है। करीब 4 हजार करोड़ रुपया मिलना है। जिससे 67 हजार गांवों की सड़के बनेगी। आज 85 फीसदी पंजाबियों को बिजली फ्री मिल रही है। व्यापारियों को बिना कट लगे बिजली मिल रही है। मान ने कहा कि लोगों का पैसा लोगों पर लग रहा है। पहले लोग अपना कारोबार बढ़ाने से भी डरते थे क्योंकि राजनीतिक लोग उनके कारोबार में से हिस्सा मांगते थे। अब लोग खुलकर कारोबार कर रहे है। पंजाब में बेरोजगारी को खत्म करने के हर संभव प्रयास किए जा रहे है।
पटवारियों के मामले में मान ने कहा कि कई भ्रष्टाटचारी पटवारी जब सरकार ने पकड़े तो पटवारियों ने कलम छोड़ हड़ताल की धमकी दी। लेकिन सरकार किसी से डरने वाली नहीं है। यदि पटवारी कलम छोड़ ह़ड़ताल करेंगे तो ये सरकार ने देखना है कि उनके हाथों में दोबारा कलम देनी है या नहीँ। सरकार नए युवाओं को नौकरियां देगी। अभी 700 पटवारी नियुक्त किए है। इन नए पटवारियों से साफ शब्दों में कहा गया कि बिना पैसे के आपको नौकरी मिली है। नौकरी के बाद बिना पैसे लिए लोगों के काम करने है। मुख्यमंत्री मान ने एक तहसीलदार का ट्रेप लोगों से सांझा किया। उन्होंने बताया कि एक तहसीलदार रिश्वत लेता था। उसके दफ्तर में सीसीटीवी कैमरे भी लगाए लेकिन वह कही भी रिश्वत लेता दिखाई नहीं दिया। तहसीलदार के कमरे और घर तक कैमरे लगा दिए लेकिन कही कुछ समझ नहीं आया। बाद में पता चला कि तहसीलदार और उसके कर्मचारी ने आपसी तालमेल बनाने के लिए रजिस्ट्री पर कोड वर्ड लिखते है।। जिसके बाद उस तहसीलदार को पकड़ा। सरकार ने सख्त आदेश दिए कि रजिस्ट्री को बिल्कुल साफ शब्दों में लिखे। ताकि हर व्यक्ति उस रजिस्ट्री को समझ सके। मान ने कहा कि जिस किसी भी अधिकारी ने अपने दफ्तर के बाहर लिखा होगा कि मोबाइल फोन दफ्तर में लेकर आना मना है, उस अधिकारी की तुरंत जांच की कार्रवाई की जाए। क्योंकि इस तरह के अधिकारियों के मनों में भ्रष्टाचार को लेकर कही न कही चोर होता है।