पंडित नेहरू के 133वें जन्म दिन पर आयोजित कार्यक्रम में शामिल हुए पंजाब के राज्यपाल
लुधियाना (राजकुमार साथी)। राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित ने कहा कि अगर सभी लोग सिंपल लाइफ जीना शुरू कर दें तो भ्रष्टाचार खत्म हो सकता है। क्योंकि लगजऱी जीवन जीने की लालसा ही भ्रष्टाचार को जन्म देती है।
नेहरू सिद्धांत केंद्र ट्रस्ट की ओर से देश के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू की 133वीं जयंती पर आयोजित कार्यक्रम में मुख्यातिथि के तौर पर शामिल हुए राज्यपाल ने कहा कि हर स्टूडेंट को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की तरह साधारण जीवन जीने का सपना देखना चाहिए। क्योंकि जीवन साधारण होने पर सोच भी उसी तरह की बनती है। जीवन को सही दिशा देने के लिए चरित्र निर्माण की अहम भूमिका रहती है। वर्तमान समय में व्याप्त भ्रष्टाचार देश की तरक्की में बाधक बन रहा है। इस पर रोक लगाने के लिए साधारण जीवन जीने की आदत डालनी होगी। शिक्षा की पारंपरिक पद्धति संस्कारों को जन्म देती है और यही संस्कार लोगों को देश से जोड़े रखते हैं। हर किसी को लोगों की आजादी और आजादी के मूल्यों का सम्मान करना चाहिए।
उन्होंने कहा कि आज के बच्चे कल के देश का भविष्य हैं। इन्हें संस्कारों से परिपूर्ण शिक्षा दी जानी चाहिए। बच्चों को जहां भी सीखने को मिले, उन्हें ले लेना चाहिए। उन्हें पढ़ाई के साथ-साथ अन्य गतिविधियों में भी हिस्सा लेना चाहिए। ताकि उनका संपूर्ण विकास हो सके। राज्यपाल ने कहा कि मौजूदा समय में हर किसी को पूर्ण आजादी मिली है, लेकिन सभी को आजादी का सम्मान करना भी आना चाहिए। कार्यक्रम में डॉ. राधिका खन्ना, हेल्पेज इंडिया के सीईओ रोहित प्रसाद, सासाकावा इंडिया लेप्रोसी के शुभेंद्र व पर्यावरणविद जादव को सतपाल मित्तल राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया। राज्यपाल ने ट्रस्ट के अध्यक्ष राकेश भारती मित्तल से सम्मानित हो चुके लोगों के जीवन पर किताब प्रकाशित कराने को कहा। ताकि शिक्षा मंत्री को कहकर इसे पाठ्यक्रम का हिस्सा बनवाया जा सके। कार्यक्रम के दौरान 1500 छात्रों को 90 लाख रुपए की स्कॉलरशिप वितरित की गई।