सिंघू बॉर्डर पर किसानों के लिए भेजे पचास हजार मास्क
किसानों के लिए विशेष तौर पर बनवाए गए हैं यह मास्क, धोने के बाद दोबारा हो सकते हैं इस्तेमाल
लुधियाना। केंद्र सरकार के नए खेती बिलों के खिलाफ पिछले एक महीने से दिल्ली के सिंघू बार्डर पर मोर्चा लगाकर बैठे पंजाब के किसानों को कोरोना से बचाने के लिए लुधियाना मेडिवेज अस्पताल और गुरमेल मेडिकेयर की ओर से पचास हजार मास्क भेजे गए हैं। विशेष तौर पर बनवाए गए यह मास्क धोने के बाद दोबारा इस्तेमाल किए जा सकते हैं। अस्पताल के चेयरमैन व गुरमेल मेडिकेयर के मालिक भगवान सिंह भाऊ ने बताया कि खेती बिलों को लेकर खिलाफ केंद्र सरकार के साथ चल रही लड़ाई केवल किसानों की नहीं, बल्कि देश के हर नागरिक की है। इस कारण हर समुदाय, वर्ग और अलग-अलग क्षेत्र के लोग अपने-अपने तरीके से किसानों की मदद कर रहे हैं। मेडिसन विभाग के डायरेक्टर व पंजाब मेडिकल कौंसिल के मेंबर डॉ. कर्मवीर गोयल ने कहा कि कोरोना काल का सेकेंड फेज चल रहा है और इस दौरान भी पॉजिटिव आ रहे केसों की संख्या में कमी नहीं आई है। फिलहाल मास्क और सोशल डिस्टेसिंग को ही इसका इलाज माना जा रहा है। इस कारण किसान भाइयों को कोरोना से बचाने के लिए विशेष तौर पर तैयार कराकर पचास हजार से अधिक मास्क भेजे गए हैं। ताकि वे लोग कोरोना की चपेट में न आ सकें। भाऊ ने कहा कि जरूरत पडऩे पर और भी मास्क भेजे जाएंगे। इसके अलावा अन्य तरीकों से भी किसानों की मदद की जाएगी। उन्होंने कहा कि आज अगर किसान हार गया तो यह हर उस आदमी की हार होगी, जो अन्न से अपना पेट भरता है। क्योंकि किसान भयंकर गर्मी, ठंड व आंधी-बरसात की परवाह किए बगैर दिन-रात मेहनत करके हमारे लिए अन्न उगाता है। ऐसे में हम सभी का कर्तव्य बनता है कि उनके अधिकारों की लड़ाई में उनका सहयोग करें।