उत्तर-पूर्व तथा दक्षिण भारत के 8 राज्यों की कमान संभालेंगे
लुधियाना (राजकुमार साथी)। भारतीय वाल्मीकि धर्म समाज (भावाधस) के प्रचार-प्रसार को तेज करते हुए पूरे देश को चार जोनों में बांटकर प्रत्येक जोन का प्रभारी राष्ट्रीय निर्देशक स्तर के पदाधिकारी को लगाया गया है। ताकि वे उन राज्यों में रहने वाले राष्ट्रीय एवं प्रांतीय पदाधिकरियों से संपर्क करके संगठन को मजबूत करने की दिशा मेंं काम कर सकें। इस संदर्भ में यमुना नगर में हुई विशेष मीटिंग के दौरान सर्वोच्च निर्देशक स्वामी चंद्रपाल अनार्य ने सभी पदाधिकारियों को ड्यूटियां सौंपी। जोन प्रभारी के तौर पर राष्ट्रीय निर्देशक एवं राष्ट्रीय मुख्य धर्मज्ञ वीरश्रेष्ठ बालचंद बोहत को अरुणाचल प्रदेश, असम, तामिलनाडू, केरल, आंध्र प्रदेश, उड़ीसा, पॉंडिचेरी तथा लक्षदीप इत्यादि राज्यों का प्रभारी नियुक्त किया गया है। इसी तरह अन्य राष्ट्रीय निर्देशकों को भी कई-कई राज्यों का प्रभारी लगाया गया है। अपनी नियुक्ति के बाद वीरश्रेष्ठ बालचंद बोहत ने कहा कि वे पहले भी कई वर्षों से दक्षिण भारत एवं उत्तर-पूर्वी भारत में प्रचार का कार्य करते आ रहे हैं। अपने मुख्य संचालक के कार्यकाल के दौरान उन्होंने असम, सिक्कम, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक व तामिलनाडू इत्यादि राज्यों में भी भावाधस की शाखाएं स्थापित की थीं। उन्होंने कहा कि भावाधस देश में रहने वाले वाल्मीकिन समाज का भारत का सबसे बडडा और तेजी से बढऩे वाला संगठन है।