नई दिल्ली (अमर ज्वाला ब्यूरो)। केंद्र सरकार की ओर से 20 सितंबर को लोकसभा और 21 सितंबर को राज्यसभा में महिला आरक्षण के लिए पारित कराए गए नारी शक्ति वंदन एक्ट-2023 को राष्ट्रपति द्रौपदी मूर्मू की मंजूरी मिलने के बाद कानून का दर्जा मिल गया है। हालांकि इस कानून के लागू होने के बाद महिलाओं को पुरुषों के बराबर आने में 149 साल लगेंगे। जबकि उन्हें 169 साल बाद ही पुरुषों के समान वेतन मिल पाएगा। वल्र्ड इकोनॉमिक फोरम की च्लोबल जेंडर गैप रिपोर्ट-2023 में लगाए गए अनुमान के आधार पर यह बात मानी जा र ही है। रिपोर्ट में खुलासा किया गया है कि दुनिया भर में 2007 से 2023 के बीच लैंगिक समानता सिर्फ 4 फीसदी ही सुधर पाई है। यदि सुधार की प्रक्रिया इसी गति से चली तो सन 2154 तक ही 100 फीसदी तक पहुंचा जा सकता है। भारत में फिलहाल लैंगिक समानता दर 64 फीसदी ही है। ऐसे में यहां पर 100 फीसदी समानता आने में 18 साल ज्यादा लगेंगे। यानि भारत में भारत में सन 2172 तक ही 100 फीसदी लैंगिक समानता आ सकेगी।