लगातार घर-घर जाकर मांग रहे हैं वोट, लोग फूलों से कर रहे हैं स्वागत
लुधियाना (राजकुमार साथी)। लोकसभा हलका लुधियाना से आजाद उम्मीदवार के तौर पर किस्मत आजमा रहे नरेश धींगान अपने चुनाव चिन्ह बैट (क्रिकेट का बल्ला) से चौके-छक्के लगाने की तैयारी में हैं। इसके लिए वे लगातार लोगों के घरों में जाकर वोट मांग रहे हैं। जिसका उन्हें अच्छा समर्थन मिल रहा है औ्र लोग फूलों की वर्षा कर और सिरोपा पहनाकर उनका सम्मान कर रहे हैं।
नरेश धींगान वाल्मीकि समाज से आते हैं। वे वाल्मीकि समाज के सबसे बड़े संगठन भारतीय वाल्मीकि धर्म समाज (भावाधस) के राष्ट्रीय निर्देशक भी हैं।
पिछले साल उन्होंने समाज के सभी संगठनों को एकजुट कर संघर्ष कमेटी बनाकर लगातार 56 दिन तक धरना दिया और नगर निगम में कार्यरत 35 सौ मुलाजमों को पक्का करवाया। इसी कारण वे जिस क्षेत्र में भी जाते हैं, लोग उनका भव्य स्वागत कर रहे हैं।
अपने संबोधन में नरेश धींगान कहते हैं कि सभी राजनीतिक पार्टियां वाल्मीकि, मजहबी, रविदासी, कबीरपंथी, पिछड़ा वर्ग, अन्य पिछड़ा वर्ग व अल्पसंख्यक वर्ग के लोगों को वोट बैंक के रूप में इस्तेमाल करके बाद में दरकिनार कर देती हैं। जबकि 75 फीसदी वोट इन्हीं वर्गों से आती हैं। नरेश धींगान ने कहा कि जीतने के बाद उनकी प्राथमिकता प्राइवेट स्कूलों की ओर से फीस, वर्दी व स्टेशनरी के नाम पर हो रही लूट को बंद करवाना होगी।
इसके लिए जिन बिना रजिस्ट्री की कॉलोनियों में लोग पिछले 50-60 साल से रह रहे हैं, उन्हें उनके घरों के मालिकाना हक दिलाए जाएंगे।
लोगों को स्वच्छ पीने का पानी व सांस लेने के लिए स्वच्छ हवा मुहैया कराने के लिए ट्रीटमेंट प्लांट व स्मॉक टावर लगाए जाएंगे। हर विभाग में कार्यरत कच्चे मुलाजिमों व फैक्ट्रियों में कार्यरत मजदूरों को कम से कम मानदेय 25 हजार रुपए दिलाया जाएगा।
मुलाजिमों की पुरानी पेंशन दोबारा बहाल करवाई जाएगी। केवल इंडस्ट्री ही नहीं, बल्कि उनमें काम करने वाले मजदूरों का भी विकास किया जाएगा। नरेश धींगान ने लोगों से अपील की है कि 1 जून को दूसरी मशीन में बने 31 नंबर पर बैट (बल्ले) का बटन दबाकर और जिताकर उन्हें संसद भवन में भेजा जाए।