आफताब की मारपीट से दुखी थी श्रद्धा, अलग होने की कहती थी बातें
लुधियाना (राजकुमार साथी)। देशवासियों को हिला देने वाले दिल्ली के छतरपुर क्षेत्र के बहुचर्चित श्रद्धा हत्याकांड की प्रथम जांच में यह बात सामने आ रही है कि आफताब को श्रद्धा की ओर से बेवफाई करने का डर सताने लगा था।
इसी डर ने उसे हत्यारा बना दिया। क्योंकि आफताब की मारपीट से तंग आ चुकी श्रद्धा उससे अलग होने की बात कहने लगी थी। आफताब को डर लगने लगा था कि श्रद्धा उसे छोडक़र किसी अन्य के साथ इन्वॉलव हो जाएगी।
मीडिया रिपोट्र्स के मुताबिक दिल्ली पुलिस के सूत्र बताते हैं कि रोज-रोज की मारपीट से परेशान होकर श्रद्धा ने 3-4 मई को अलग रहने का फैसला कर लिया था। आफताब को यह बात रास नहीं आई। इसके बाद उसने श्रद्धा की हत्या करके उसके शरीर के 35 टुकड़े कर दिए। मामले की जांच कर रहे स्पेशल सीपी सागरप्रीत हुड़्डा ने दिल्ली कोर्ट में आफताब का एक दिसंबर को नार्को टेस्ट कराने की अपील की थी, जिसे मंजूरी मिल गई है।
बाबा साहिब अंबेडकर अस्पताल में आफताब का नार्को टेस्ट होगा। दिल्ली पुलिस आफताब की निशाहनेदेही पर अब तक 13 हड्डियां बरामद कर चुकी है। जंगल और उसके फ्लैट से शव को काटने वाले हथियार भी बरामद किए जा चुके हैं। उधर, सोमवार को फॉरेंसिक लैब से बाहर निकलते समय कुछ लोगों ने आफताब को ले जा रही पुलिस वैन पर हमला कर दिया था। पुलिस ने मौके से दो हमलावरों को गिरफ्तार कर कोर्ट के आदेश पर 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है। एक हमलावर ने पुलिस को बताया कि 15 लोग गुरूग्राम से आए थे। उनके पास तलवारें व हथौड़ा था। इन लोगों का कहना था कि उसने हमारी बहन बेटी के 35 टुकड़े किए हैं, हम उसके 70 टुकड़े करेंगे।
आफताब को पॉलिग्राफ टेस्ट करने के लिए सोमवार को फॉरेसिंक साइंस लैब में लाया गया था। वैन पर हमले के बाद आफताब को लाने व लेजाने के लिए सीआईएसएफ की सुरक्षा और रोड मैप तैयार किया गया है। पुलिस जांच में यह बात भी सामने आई है कि श्रद्धा की हत्या करने में आफताब के एक साथी ने भी सहयोग किया था। जबकि आफताब को ड्रग देने वाले ड्रग पैडलर फैजल मोमिन को गुजरात पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। तिहाड़ जेल में उसे अकेले को एक बैरक में रखा गया है तथा बैरक के बाहर विशेष सुरक्षा गार्ड तैनात किया गया है। मीडिया रिपोट्र्स के मुताबिक श्रद्धा उसे बात-बात पर उकसाती रहती थी। इसी वजह से झगड़ा बढ़ गया और जो भी हुआ वह गुस्से में ही हुआ। बताया जा रहा है कि श्रद्धा को मारने से पहले आफ्ताब ने दृश्यम फिल्म देखी थी, वह उसके पार्ट टू का भी इंतजार कर रहा था।