भाजपा छोडऩे के बाद कहा : वहां होता है जातीय भेदभाव
अमृतसर (सुरिंदर अरोड़ा)। बाइस साल तक कांग्रेस में रहे पूर्व कैबिनेट मंत्री राजकुमार वेरका ने एक साल में ही भाजपा को अलविदा कह दिया। उन्होंने भाजपा में जाना बड़ी गलती बताया है। अब वे दोबारा कांग्रेस का दामन थामेंगे। लोकसभा चुनाव से छह महीने पहले राजकुमार वेरका का जाना भाजपा के लिए बड़ा झटका है, क्योंकि वे पंजाब में वाल्मीकिन समाज के एक बड़े नेता माने जाते हैं। उधर, भाजपा को छोडऩे की घोषणा करते समय राजकुमार वेरका ने आरोप लगाया कि भाजपा में जातीय भेदभाव बहुत है। इसी वजह से कांग्रेस को छोडक़र भाजपा में कई कई और लोग भी वापस लौटेंगे। शुक्रवार को बुलाई प्रेस कांफ्रेंस में राजकुमार वेरका ने कहा कि मैने साल भर पहले कांग्रेस छोडक़र जिस पार्टी को ज्वाइन किया था, वहां बहुत भेदभाव महसूस किया है। पिछले साल मुझसे जो गलती हो गई थी, उसे सुधारने के लिए वापस कांग्रेस में आ रहा हूं। मेरे बाद कुछ और कांग्रेसी नेता भाजपा से वापसी करेंगे। वापसी करने वालों में जीत मोहिंदर सिद्धू, अमरीक सिंह समराला, डॉ. मोहिंदर रिणवा व हंसराज जोसन के नाम बताए जा रहे हैं।
बीस मार्च 1963 को अमृतसर में जन्में राजकुमार वेरका छह बार अमृतसर से सांसद और केरल के राज्यपाल रहे रघुनंदन लाल भाटिया के करीबी रहे हैं। भाटिया की सिफारिश पर ही पार्टी ने 2002 में राजकुमार को वेरका हलके से चुनावी मैदान में उतारा था। यहां उन्होंने अकाली दल के डॉ. दलबीर सिंह को 10 हजार वोटों से हराया था। इस जीत के साथ ही उनके नाम के साथ वेरका शब्द जुड़ गया था। 2007 में डॉ. दलबीर ने बाजी मार ली। मगर केंद्र में यूपीए की सरकार होने के कारण 2010 में उन्हें राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग का वाइस चेयरमैन बना दिया गया। वे छह साल तक इस पद पर रहे। 2012 में वेरका हलका खत्म करके उसे ईस्ट में मिला दिया गया और पश्चिमी हलके को एससी रिजर्व कर दिया गया। 2012 में राजकुमार वेरका ने भाजपा के राकेश गिल को हराकर जीत दर्ज की और 2017 में भी वे लगातार इसी हलके से विधायक बने। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने उन्हें पंजाब वेयर हाऊस कार्पोरेशन का चेयरमैन बनाकर कैबिनेट मंत्री की दर्जा दिया तो चरनजीत सिंह चन्नी के मुख्यमंत्री बनने पर उन्हें कैबिनेट में जगह दी गई। 2022 में हार मिलने के बाद वे भाजपा में चले गए थे। राजकुमार वेरका एक्टिंग के भी काफी शौकीन हैं और उन्होंने देश भक्ति से जुड़े कई गीतों में परफार्मेंस दी है।