ट्रांसफर के बाद पोस्टिंग कराने के लिए पुलिस कमिश्नर दफतर में पहुंची थी पीडि़ता
लखनऊ (अमर ज्वाला ब्यूरो)। वैसे तो पुलिस का काम राज्य के नागरिकों की सुरक्षा करना होता है, लेकिन जब पुलिस वाले अपने ही विभाग की महिला सिपाही से छेड़छाड़ करने लगें तो आम जनता की सुरक्षा कैसे होगी। ऐसी ही एक घटना पुलिस कमिश्नर दफ्तर में हुई। जहां ट्रांसफर के बाद पोस्टिंग कराने पहुंचा महिला सिपाही से हेड कांस्टेबल ने छेड़छाड़ की। महिला सिपाही का आरोप है कि जब उसने छेड़छाड़ का विरोध किया तो आरोपी उसे कहने लगा कि मेरी बात मान लो, मनचाही जगह पर पोस्टिंग करा दूंगा। बाराबंकी से ट्रांसफर होकर लखनऊ पहुंची पीड़िता ने बताया, ”मेरी तैनाती बाराबंकी में थी। कुछ दिन पहले ट्रांसफर लखनऊ हुआ था। इसके बाद मुझे पोस्टिंग करवानी थी। इसके लिए पता किया तो पुलिस कमिश्नर ऑफिस के कमरा नंबर-57 से होने की जानकारी मिली। रक्षाबंधन के दिन कमिश्नर ऑफिस पहुंची तो वहां ज्यादा पुलिसकर्मी मौजूद नहीं थे। वहां पर एक हेड कॉन्स्टेबल मौजूद था। उससे पूरी बात बताई, तो उसने कुर्सी पर बैठाया। बातचीत के दौरान वह कुर्सी से उठा और अभद्रता करने लगा।” पीड़िता ने कहा, ”जब मैंने इसका विरोध किया तो वह मनचाही पोस्टिंग दिलाने का लालच देने लगा। कहने लगा कि जहां चाहोगी, वहां पोस्टिंग दिला देंगे…बस बात मान जाओ। इसके बाद मैं वहां से चुपचाप निकल गई। दूसरे दिन शुक्रवार को कमिश्नर ऑफिस पहुंची और मामले की जानकारी बड़े बाबू को दी।” ”हमने बड़े बाबू से कहा कि हेड कॉन्स्टेबल को बुलाकर फटकार लगाइए। उस पर कार्रवाई कीजिए। तब बड़े बाबू ने लिखित में शिकायत करने के लिए कहा। इसके बाद हमने लिखित शिकायत भी की। इसके बावजूद कोई भी कार्रवाई नहीं की गई, बल्कि सभी लोग मिलकर मामले को दबाने में जुट गए।” पीड़ित महिला सिपाही ने बताया, ”बड़े बाबू ने मोबाइल में सिपाही की तस्वीर दिखाई, तो हेड कॉन्स्टेबल मोहम्मद जावेद की निकली। उस वक्त आरोपी कमरे में मौजूद भी था। अगर मामले की सुनवाई नहीं होती है, तो वह उच्च अधिकारियों तक शिकायत करेगी।”