नहीं रहे आठ बार सांसद रहने वाले बूटा सिंह
लुधियाना (राजकुमार साथी)। पूर्व केंद्रीय गृह मंत्री और आठ बार सांसद रहे कांग्रेस के वरिष्ठ नेता बूटा सिंह का शनिवार की सुबह लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया। साल 1934 में जालंधर जिले में जन्मे बूटा सिंह नेशनल पॉलिटिक्स का एक बड़ा नाम थे। नेहरू –गांधी परिवार के विश्वासपात्र के तौर पर विख्यात रहे बूटा सिंह ने केंद्रीय गृह मंत्री, कृषि मंत्री, रेल मंत्री, खेल मंत्री और बिहार के राज्यपाल के अलावा राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग के चेयरमैन के तौर पर महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां निभाई। बूटा सिंह के निधन का समाचार सुनते ही उनके प्रशंसकों में शोक की लहर दौड़ गई। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने बूटा सिंह के निधन पर शोक जताया। ट्वीट कर उन्होंने लिखा कि उनके निधन से पार्टी ने एक निष्ठावान नेता खो दिया। पंडित जवाहर लाल नेहरू के प्रधानमंत्री काल में बूटा सिंह कांग्रेस से जुड़े थे। वह इंदिरा गांधी, राजीव गांधी, पीवी नरसिम्हा राव व मनमोहन सिंह की कैबिनेट में रह चुके थे। उन्होंने देश में दलित नेता के रूप में पहचान बनाई।