धार्मिंक चिन्ह वाले शाल विवाद में नवजोत सिद्धू ने माफी मांगी
अमृतसर (सुरेंद्र कुमार)। पूर्व कैबिनेट मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू ने धार्मिक चिन्ह वाली शाल पर उठे विवाद के बाद श्रीअकाल सख्त साहिब से माफी मांग ली है। सिद्धू ने ट्वीट कर माफी मांगी और खेद जताया। उन्होंने कहा कि उनसे अनजाने में ऐसी भूल हो गई और इसके लिए उनको बेहद अफसोस है। सिद्धू ने अपने ट्वीट में कहा कि श्रीअकाल तख्त साहिब सुप्रीम है। अगर मैंने अनजाने में एक भी सिख की भावना को आहत किया है, तो मैं माफी चाहता हूं। सिद्धू ने कहा कि लाखों सिख गर्व के साथ अपनी पगड़ी, कपड़ों पर धार्मिक चिन्ह सजाते हैं। यहां तक की शरीर पर टैटू तक बनवाते हैं। मैंने भी विनम्र सिख होने के नाते धार्मिक चिन्ह वाला शाल ओढा था। बता दें कि सियासी गतिविधियों से दूरी बनाकर चल रहे नवजोत सिंह सिद्धू तीन दिन पहले जालंधर जिले के शाहकोट क्षेत्र में किसानों के बीच पहुंचे थे। उस दौरान उन्होंने सिख धार्मिक चिन्ह खंडा साहिब व ओंकार साहिब के निशान छपा हुआ शॉल ओढा हुआ था। इस पर विवाद पैदा हो गया था और विभिन्न सिख संगठनों द्वारा इस पर कड़ा विरोध दर्ज किया गया था।