दिल्ली–हरियाणा बॉर्डर छठे दिन भी बंद, सरकार ने किसानों को बात करने के लिए बुलाया
लुधियाना (राजकुमार साथी)। मीडिया रिपोट्र्स के मुताबिक किसान आंदोलन के कारण छठे दिन भी हरियाणा व दिल्ली के बार्डर बंद रहे। उधर, सरकार ने आज किसानों को बातचीत के लिए बुलाया है। किसानों से 3 दिसंबर को बातचीत करने पर अड़ी सरकार ने जिद छोड़ दी और 1 दिसंबर यानी आज दोपहर 3 बजे 32 किसान संगठनों के नेताओं को बातचीत के लिए विज्ञान भवन बुलाया है। कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि जो किसान नेता 13 नवंबर की मीटिंग में शामिल थे, उन्हें वार्ता में शामिल होने का न्योता दिया गया है।
सरकार से बातचीत से पहले किसान नेता मीटिंग कर आगे की रणनीति तय करेंगे। कृषि मंत्री ने जल्द वार्ता के लिए तैयार होने की वजह बढ़ता कोरोना संक्रमण और सर्दी को बताया। उधर, पंजाब किसान संघर्ष समिति के संयुक्त सचिव सुखविंदर ने कहा है कि देश में किसानों के 500 से ज्यादा संगठन हैं। सरकार ने सिर्फ 32 समूहों को बुलाया है। जब तक सभी संगठनों को नहीं बुलाया जाता, हम बातचीत में शामिल नहीं होंगे।
हरियाणा की 130 खाप पंचायतें आज किसान आंदोलन में शामिल होंगी। उधर, पंजाब में भी पंचायतों ने हर घर से एक मेंबर को धरने में शामिल होने के लिए कहा है। दिल्ली की टैक्सी और ट्रांसपोर्ट यूनियन भी किसानों के समर्थन में आ गई। उन्होंने कहा कि अगर 2 दिन में कोई हल नहीं निकला तो हड़ताल करेंगे।