लुधियाना (राजकुमार साथी)। डेटिंग एप पर मिली महिला के चक्कर में फंसकर नोएडा के एक बड़ी कंपनी के डायरेक्टर ने 6 करोड़ 52 लाख रुपए गंवा लिए। मीडिया रिपोट्र्स के अनुसार डेटिंग ऐप पर प्यार और उसके बाद निवेश के नाम पर एक मल्टीनेशनल कंपनी के डायरेक्टर से 6 करोड़ 52 लाख 51 हजार से अधिक की ठगी हो गई। लगातार और रुपए मांगने के बाद उन्हें शक हुआ तो उन्होंने बात करने वाली महिला की प्रोफाइल को चेक की, तब पता चला कि वह फर्जी है। जिसके बाद पीडि़त ने इस मामले में साइबर थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है। पुलिस ने मामले की जांच करने के साथ ही रुपए फ्रीज कराने का काम शुरू कर दिया है। नोएडा सेक्टर-76 निवासी पीडि़त एक मल्टीनेशनल कंपनी के डायरेक्टर हैं। उनका अपनी पत्नी के साथ तलाक हो चुका है। वह जीवन में आगे बढऩे के लिए डेटिंग ऐप पर एक्टिव थे। इस दौरान दिसंबर में उनकी मुलाकात एक डेटिंग ऐप के जरिए अनीता नाम की महिला से हुई। महिला ने खुद को हैदराबाद निवासी बताया। इसके बाद दोनो में बातचीत होने लगी। कुछ दिन के बाद अनीता ने निदेशक को विश्वास में लेकर स्टॉक मार्केट में निवेश के लिए प्रेरित किया। महिला ने कंपनी के डायरेक्वटर से मीठी- मीठी और इमोशनल बातें कर फंसाया। फिर उसके कहने पर टेलिग्राम के एक ग्रुप को ज्वाइन कर लिया। जिसके जरिए उन्होंने पहला निवेश 3 लाख 20 रुपए किया और कुछ घंटे में 24 हजार रुपये का फायदा हो गया। जिसे उन्होंने विड्रा भी कर लिया। विश्वास में लेने के बाद महिला उन्हें हर रोज कोई न कोई नई स्कीम बताती थी। जिसमें कई विदेशी कंपनियों में निवेश के कर मोटा पैसा कमाने के बारे में भी बताया। इस तरह उसकी बातों में आकर कई अकाउंट में रुपए ट्रांसफर करना शुरू कर दिया, जिसमें उनको मुनाफा भी दिखाने लगा। धीरे- धीरे करके उन्होंने अपने पास से 4 करोड़ रुपये से अधिक रुपए ट्रांसफर कर दिए। बाद में 2 करोड़ रुपए लोन लेकर भी दे दिए। इस तरह से उन्होंने विभिन्न 25 बैंक अकाउंट में 6 करोड़ 50 लाख रुपए ट्रांसफर कर दिए। जिसमें उन्हें 2 करोड़ रुपए से अधिक का प्रॉफिट दिखाया गया। जब उन्होंने उसे निकालने के का प्रयास किया तो उनसे और रुपए की डिमांड की गई। जिसके बाद उन्हें अपने साथ ठगी का एहसास हुआ। तब जाकर उन्होंने पहले आनलाइन ठगी की शिकायत दर्ज कराई और फिर साइबर थाने में मुकदमा दर्ज कराया। डीसीपी साइबर सिक्योरिटी प्रीति यादव ने बताया कि रिपोर्ट दर्ज कर एक टीम को लगाया गया है। करीब तीन महीनों में 25 अकाउंट में रुपए ट्रांसफर किए गए हैं। बैंक को लेटर लिखा गया है। अकाउंट फ्रीज कराने की प्रक्रिया के साथ साथ आरोपियों की भी तलाश की जा रही है।