सरकार ने एकेडमिक सेशन 2024-25 के लिए जारी की नई शिक्षा नीति
लुधियाना (दीपक साथी)। केंद्र सरकार ने नई पालिसी के तहत छात्रों के सिर से परीक्षा की टेंशन कम कर दी है। अब वे 10वीं व 12वीं बोर्ड की कक्षा के लिए साल में दो बार परीक्षा दे सकेंगे और जिस परीक्षा में ज्यादा अंक मिलेंगे, उसे ही उस साल का परिणाम माना जाएगा। मीडिया रिपोट्र्स के अनुसार छात्रों को अपना सब्जेक्ट खुद चुनने की आजादी भी मिलेगी, लेकिन उसे 11वीं और 12वीं कक्षा में दो भाषाएं पढऩी होंगी, जिनमें से एक भारतीय भाषा होना जरूरी है। शिक्षा मंत्रालय की ओर से बताया गया है कि शैक्षणिक सत्र 2024 के लिए किताबों में भी बदला किया जाएगा। भारी-भरकम की बजाय सिलेबस हलका किया जा रहा है। नई शिक्षा नीति-2020 को ध्यान में रखकर सिलेबस तैयार किया जाएगा। स्कूल बोर्ड कोर्स पूरा होने पर एक्जाम कराने की मांग भी कर सकेंगे। बताते चलें कि साल 2020 में नई शिक्षा नीति को मंजूरी मिली थी। जिसका मकसद शिक्षा नीति में समानता व क्वालिटी इत्यादि को ध्याम में रखा गया था।