जालंधर में अब बीएमसी नहीं, संविधान चौक होगा
ब्रिटिश मोटर कार (बीएमसी) चौक का नाम बदलेगा, निगम के मंजूर किया प्रस्ताव
जालंधर। शहर में पांच सडक़ों को मिलाने वाला सबसे बिजी चौक अब बीएमसी के नाम से नहीं बल्कि संविधान चौक के तौर पर जाना जाएगा। आजादी के पहले से यानी 1934 से इसे ब्रिटिश मोटर कार (बीएमसी) कंपनी के नाम पर जाना जाता रहा है। लेकिन आज हो रही निगम हाउस की मीटिंग में इसका नाम बदलने का प्रस्ताव रखा गया है। नए नाम के प्रस्ताव पर मोहर लगते ही 86 साल बाद चौक का नया नाम संविधान चौक हो जाएगा। चौक का नाम बदलने के प्रस्ताव का फिलहाल किसी ने भी विरोध नहीं किया है। फरवरी में वकीलों के संगठन अंबेडकर राइट लीगल फोरम ने निगम प्रशासन को मांग–पत्र देकर अंग्रेजों द्वारा रखे गए नाम को बदलकर संविधान चौक करने की मांग की थी। एसई और कमिश्नर की मंजूरी के बाद मेयर जगदीश राज राजा की सहमति से प्रस्ताव निगम हाउस में लाया जा रहा है।
संगठन का तर्क था कि चौक के नजदीक नई कचहरी, जिला प्रशासनिक कांप्लेक्स और निगम कांप्लेक्स भी है। सभी सरकारी तंत्र के बड़े दफ्तर हैं, जहां संविधान के आधार पर बने नियम–कानून की पहरेदारी का काम होता है। इसलिए चौक का नया नाम संविधान चौक ही रखा जाए। मेयर ने बताया कि इसी को आधार बनाकर नया नाम तय किया गया है। 1934 में इस जगह पर ब्रिटिश मोटर कार कंपनी का शोरूम था। इसी कारण इसे बीएमसी चौक कहा जाता था।