लुधियाना (राजकुमार साथी)। राज्यपाल का पद त्यागने के बाद केंद्र सरकार की नीतियों के खिलाफ खुलकर बोलने वाले जम्मू-कश्मीर के पूर्व गवर्नर सत्यपाल मलिक के घर सीबीआई ने छापा मारा है। उन पर कीरू हाइड्रोइलेक्ट्रिक प्रोजेक्ट में रिश्वत लेने का आरोप है। मलिक ने अपने राज्यपाल कार्यकाल के 17 अक्टूबर 2021 को राजस्थान के झुंझनू में आयोजित कार्यक्रम के दौरान ही यह दावा किया था कि इस प्रोजेक्ट की दो फाइलें क्लियर करने के लिए उन्हें 300 करोड़ रुपए की रिश्वत देने की पेशकस की गई थी।
इनमें से एक फाइल देश के बड़े उद्योगपति और दूसरी भाजपा गठबंधन वाली मुफ्ती सरकार में मंत्री रहे एक व्यक्ति की थी। मलिक के मुताबिक उन्होंने यह दोनों फाइलें रिजेक्ट कर दी थीं। इसी प्रोजेक्ट को लेकर साल 2022 में भी कई जगहों पर छापेमारी की गई थी। सीबीआई ने दो एफआईआर दर्ज की हैं। एक एफआईआर 60 करोड़ का कांट्रेक्ट जारी करने में हुए भ्रष्टाचार के मामले की है। दूसरी एफआईआर कीरू हाइड्रो पावर प्रोजेक्ट के 2200 करोड़ रुपए के कांट्रेक्ट में हुए भ्रष्टाचार से जुड़ी है। हालांकि सत्यपाल मलिक ने अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा कि वह किसान के बेटे हैं और ऐसी कारवाइयों से डरेंगे नहीं।