चांदनी चौक जैसा दिखने लगा सिंघु बार्डर
दिल्ली। खेती कानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रहे किसानों के कारण सिंघू बॉर्डर चांदनी चौक की तरह दिखने लगा है। जिस तरह ग्राहकों की भीड़ के कारण चांदनी चौक व जनपथ के बाजारों में भीड़ रहती है, उसी तरह का नजारा हजारों किसानों के कारण सिंघू बॉर्डर पर दिख रहा है। रोजाना यहां भी हजारों की संख्या में लोग पहुंच रहे हैं। ये लोग किसानों के समर्थन में तो आ ही रहे हैं, साथ–साथ खरीदारी भी कर रहे हैं। इस वजह से आसपास के रेहड़ी पटरी वालों ने सिंघु बार्डर पर अपना सामान बेचना शुरू कर दिया है। हरियाणा व पंजाब के किसान 20 दिनों से सिंघु बॉर्डर पर डटे हुए हैं। इनके खाने–पीने का इंतजाम सब यहीं पर है। इनमें से काफी लोग ऐसे भी हैं, जो प्रदर्शन के बहाने पहली बार दिल्ली आए हैं। ये लोग रेहड़ी–पटरी वालों से जमकर खरीदारी कर रहे हैं। कोई सडक़ पर ही जैकेट पहन कर देख रहा है तो कोई जूतों का मोलभाव कर रहा है। इस वजह से इन रेहड़ी–पटरी वालों की अब खूब बिक्री हो रही है। दिल्ली में किसानों का आंदोलन पिछले 24 दिनों से धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। किसानों की नाराजगी का कारण केंद्र सरकार की केंद्रीय कृषि कानून है। इस कानून के विरोध में किसान दिल्ली के सभी बॉर्डर जैसे सिंघु बॉर्डर, चिल्ला बॉर्डर और यूपी गेट पर धरना देकर दिल्ली के बाहर जमे हुए हैं।