गुरुद्वारा नानकसर साहिब के संत बाबा जसवंत सिंह पंचतत्व में विलीन
लुधियाना (राजकुमार साथी)। समराला चौक स्थित गुरुद्वारा नानकसर साहिब के संस्थापक संत बाबा जसवंत सिंह पंचतत्व में विलीन हो गए। सतनाम वाहेगुरु के जाप, फूलों से सजे वाहन व संगत के हुजूम के साथ संत बाबा जसवंत सिंह की अंतिम यात्रा निकाली गई। पंजाब के अलावा देश के विभिन्न राज्यों से श्रद्धालु उन्हें अंतिम विदाई देने पहुंचे थे। रास्ते में जगह–जगह संस्थाओं की ओर से बाबा जी के सम्मान में पुष्प वर्षा की गई। श्री गुरु अमरदास चेरिटेबल अस्पताल के सामने सजे अंगीठा साहिब में सतनाम वाहेगुरु का जाप करते हुए बाबा जी का शव रखा गया। बाबा जी के भतीजे डॉ. अनहद राज सिंह और संतों ने मिलकर उनकी पार्थिव देह को मुखाग्नि दी।
इसके साथ ही पूरा परिसर वाहेगुरु के जाप से गूंज उठा। बाबा जसवंत सिंह का अंतिम संस्कार किसी शमशान घाट की बजाए उनके द्वारा बनाए जा रहे श्री गुरु अमरदास चेरिटेबल अस्पताल परिसर में किया गया। अपने अंतिम संस्कार स्थल का चयन खुद उन्होंने पहले ही कर दिया गया था। गुरुद्वारा नानकसर साहिब के अलावा बाबा जसवंत सिंह द्वारा चलाए जा रहे डेंटल कालेज, निर्माणाधीन श्री गुरु अमरदास मल्टी स्पेशलिटी अस्पताल व अन्य समाजसेवी कार्यों की जिम्मेदारी अब बाबा जी के भतीजे अनहद राज सिंह संभालेंगे। बाबा जी के अंतिम संस्कार के बाद संतों और संप्रदाय से जुड़े लोगों ने अनहद राज को सिरोपा सौंपकर बाबा जी के कार्यों को आगे बढ़ाने की जिम्मेदारी सौंपी।