राजस्थान में जारी सियासी घमासान थमने का नाम नहीं ले रहा है। सूबे के राज्यपाल कलराज मिश्र ने 14 अगस्त को विधानसभा सत्र बुलाने का प्रस्ताव पास कर दिया है। राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने अपने गुट के सभी विधायकों का ठिकाना बदल दिया है। दरअसल, खरीद-फरोख्ती की बात कहकर गहलोत ने सभी विधायकों को जैसलमेर भेज दिया है।
सभी विधायकों को जैसलमेर हवाई अड्डे से बसों के जरिए सूर्यगढ़ होटल ले जाया गया। विधायकों को छोड़ने के बाद चार्टर्ड विमान अन्य विधायकों और मंत्रियों को लाने जयपुर रवाना हो गये। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के विश्वसनीय माने जाने वाले पूर्व सांसद बद्री राम जाखड़ ने इन विधायकों आगवानी की। अशोक गहलोत के इस फैसले से सूबे में सियासी पारा और चढ़ गया है। बीजेपी की तरफ से ट्वीट कर तंज कसा है कि जैसलमेर के आगे तो अब पाकिस्तान है।
भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनियां ने ट्वीट करते हुए कहा कि ‘‘सब एक हैं, कोई खतरा नहीं है, लोकतंत्र है, सब ठीक है तो बाड़ाबंदी क्यों? और बिकाऊ कौन है? उनके नाम सार्वजनिक करो; बाड़े में भी अविश्वास! जयपुर से जैसलमेर के बाद आगे तो पाकिस्तान है.’’
बता दें कि मुख्यमंत्री गहलोत ने बृहस्पतिवार को दावा किया कि आगामी विधानसभा सत्र की तारीख तय होने के बाद राज्य में विधायकों की खरीद-फरोख्त का ‘रेट’ (कीमत) बढ़ गया है। इसके बाद ही विधायकों को जैसलमेर ले जाने का फैसला किया गया।