सरकार ने पुराने लाइसेंसों को रिव्यू करने का लिया फैसला, गीतों में भी गन कल्चर खत्म करेंगे
लुधियाना (राजकुमार साथी)। पंजाब में लगाकार बिगड़ रही कानून-व्यवस्था को सुधारने के लिए सरकार ने गन कल्चर पर रोक लगाने का फैसला लिया है। इसके लिए तीन महीने तक कोई आम्र्स लाइसेंस जारी नहीं होगा। इतना ही नहीं पिछले लाइसेंसों का भी रिव्यू किया जाएगा। मीडिया रिपोट्र्स के अनुसार पहले जारी हुए सभी लाइसेंस रिव्यू किए जाएंगे। बिना किसी ठोस कारण जारी हुए आर्म्स लाइसेंस रद्द किए जाएंगे। किसी खास परिस्थिति में ही पूरी समीक्षा के बाद नया लाइसेंस जारी होगा। शादियों, सोशल मीडिया और सार्वजनिक स्थलों पर हथियारों की नुमाइश करने वालों पर भी सख्ती बढ़ेगी। गृह विभाग द्वारा पुलिस को जारी आदेशों के मुताबिक ऐसा करने वालों के खिलाफ एफआईआर दर्ज होगी। पहले पंजाब में एक आर्म्स लाइसेंस पर 3 हथियार रखने की इजाजत थी। दिसंबर 2020 में 1 लाइसेंस पर 2 हथियार रखने का नियम तय किया गया। अवैध हथियारों के चलते पंजाब में छोटे-बड़े हथियारों की संख्या 10 लाख से पार होने की उम्मीद है। पंजाब में 2 लाख से ज्यादा हथियार अवैध हैं। पुलिस के लिए यह सबसे बड़ी चिंता का सबब है। गृह विभाग के प्रमुख सचिव और डीजीपी को यह भी हिदायत दी है कि यदि पिछले समय के दौरान किसी भी समाज विरोधी तत्व को लाइसेंस जारी किया गया था, तो उसे तुरंत रद्द किया जाए। गीतों में गन कल्चर को बढ़ावा देने वाले गायकों पर सख्ती होगी। जिक्रयोग है कि पंजाब में इस समय 4 लाख से अधिक एक्टिव आर्म्स लाइसेंस हैं। सोशल मीडिया और सार्वजनिक स्थलों पर किसी भी समुदाय के खिलाफ नफरत फैलाने वाले भड़काऊ भाषण देने वालों पर भी पुलिस सख्त एक्शन लेगी। गीतों के जरिए गन कल्चर को बढ़ावा देने पर भी रोक लगेगी। मुख्यमंत्री भगवंत मान ने इस साल 12 मई को एलान किया था कि गीतों के जरिए गन कल्चर को बढ़ावा देने वालों पर कार्रवाई की जाएगी।