खेती कानूनों के खिलाफ वकील ने की आत्महत्या
फाजिल्का। खेती कानूनों के खिलाफ बहादुरगढ़ के टिकरी स्थित हरियाणा–दिल्ली बॉर्डर पर फाजिल्का के किसान ने जहर खाकर आत्महत्या कर ली। सुसाइड से पहले किसान ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम एक पत्र भी छोड़ा। जिसमें लिखा कि प्रधानमंत्री चंद लोगों के बनकर रह गए हैं। पत्र का कुछ हिस्सा टाइप किया जबकि कुछ हिस्सा पेन से लिखा गया है। पुलिस पहले से टाइप करके लाए गए इस पत्र की जांच कर रही है। अब तक इस आंदोलन में 30 से ज्यादा किसानों की मौत आत्महत्या और ठंड की वजह से हो चुकी है। आत्महत्या करने वाले किसान की पहचान फाजिल्का जिले के मंडी लाधूका निवासी अमरजीत सिंह राय के रूप में हुई है। वह किसान होने के साथ–साथ वकील भी थे और जलालाबाद बार एसोसिएशन के सदस्य थे। पिछले एक सप्ताह से वह धरने में शामिल थे। अमरजीत सिंह राय ने रविवार सुबह दिल्ली–हरियाणा बॉर्डर से करीब 6 किलोमीटर दूर पकौड़ा चौक के पास जगह खा लिया। हालत बिगडऩे पर वकील को रोहतक के पीजीआई में रेफर कर दिया गया, उनकी मौत हो गई। किसान यूनियन के जिला अध्यक्ष सतपाल कंबोज ने इसकी पुष्टि की।