कोरोना के मरीज को घर पर भी होती है विशेष देखभाल की जरूरत
बिना लक्षण वाले कोरोना मरीजों की देखभाल के लिए फोर्टिस अस्पताल लुधियाना में हुआ जागरुकता लेक्चर
लुधियाना। बिना लक्षण वाले कोरोना के मरीजों को होम आइसोलेट करने के दौरान विशेष देखभाल की जरूरत होती है। लोगों को जागरूक करने की खातिर फोर्टिस अस्पताल लुधियाना के पल्मोनोलॉजी / चेस्ट एंड स्लीप मेडिसिन विभाग के सीनियर कंसल्टेंट डॉ. सुशील गुप्ता ने ओपीडी ब्लॉक में जागरुकता लेक्चर का आयोजन किया। उन्होंने कहा कि बिना लक्षण या कम लक्षण वाले कोरोना मरीज की घर पर ही रखकर देखभाल करने के लिए भी कुछ जरूरी बातों की जानकारी होना जरूरी है। मरीज की देखभाल करने वाले को भी कई तरह की सावधानियां बरतनी होंगी। उन्होंने बताया कि बुखार या शरीर दर्द होने पर मरीज को पैरासिटामोल की गोली दी जा सकती है। मरीज को पूरा आराम और पूरी नींद जरूर लेनी चाहिए। कोरोना पॉजिटिव मरीज को ऐसे अलग कमरे में रखा जाना चाहिए, जहां अटैच्ड बाथरूम हो। इस कमरे की खिड़कियां भी खुली होनी चाहिए। अगर एक से ज्यादा पॉजिटिव मरीज हैं तो सभी को एक कमरे में रखा जा सकता है। मरीज को घर के अंदर या बाहर घूमना नहीं चाहिए। मरीज अपने दफ्तर का काम ऑनलाइन घर पर ही रहकर कर सकता है। ऑनलाइन शॉपिंग भी कर सकता है। उसकी देखभाल करने वाले व्यक्ति को कमरे में आने से पहले नाक व मुंह को कवर करने वाला मास्क पहनना जरूरी है। मरीज के मोबाइल, लैपटॉप, तौलिया, बिस्तर, कपड़े, बर्तन व स्टेशनरी को हाथ लगाने से बचें।
डॉ. गुप्ता ने कहा कि देखभाल करने वाले व्यक्ति को भी कुछ एहतियात बरतने जरूरी हैं। अगर मरीज को सांस लेने में कठिनाई हो, छाती में दबाव बने, होंठों पर नीलापन आए, लूज मोशन लगें तो तुरंत डॉक्टर को काल करनी चाहिए। मरीज से कम से कम 6 फुट की दूरी रखें। किसी गंभीर बीमारी से ग्रस्त व्यक्ति कोरोना मरीज के आसपास नहीं आए। देखभाल करने वाले व्यक्ति को हाथों पर दस्ताने भी पहनने चाहिए। चाय का कप या भोजन के बर्तन तुरंत हटा देने चाहिएं। किसी भी चीज को छूने के बाद बीस सेकेंड तक साबुन या सेनिटाइजर से हाथ साफ करने चाहिए। कोरोना मरीज की देखभाल करते समय अपनी सेहत का भी ध्यान रखना जरूरी है। होम क्वारंटाइन की अवधि 14 दिन की होती है।