लुधियाना (राजकुमार साथी)। मांगों को लेकर पंजाब के किसान एक बार फिर रेल ट्रैक पर बैठ गए। रविवार को दोपहर 1 से लेकर चार बजे तक रेल ट्रैक जाम रखा गया। डीसी दफ्तरों व टोल प्लाजों पर प्रदर्शन करने के बाद किसानों ने 15 जिलों में 15 ट्रेनों को रोका। किसान मजदूर संघर्ष कमेटी के नेता सरवण सिंह पंधेर ने बताया कि उनकी बात न तो राज्य सरकार सुन रही है और न ही केंद्र सरकार। इसी के चलते अमृतसर के देवीदासपुरा जंडियाला गुरू, गुरदासपुर में बटाला रेलवे स्टेशन, तरन तारन के खडूर साहिब, पट्टी व तरन तारन रेलवे स्टेशन, फिरोजपुर के बस्ती टैंका वाली गुरू हर सहाए, मोगा रेलवे स्टेशन, मुक्तसर के मलोट रेलवे स्टेशन, फाजिल्का रेलवे स्टेशन, बरनाला के घुन्नस रेलवे स्टेशन, जालंधर कैंट व कपूरथला रेलवे स्टेशन, होशियारपुर के टांडा रेलवे स्टेशन, लुधियाना के समराला रेलवे स्टेशन व फरीदकोट रेलवे स्टेशन पर दोपहर एक से चार बजे तक रेल रोकी गई। पंधेर ने बताया कि उनकी मांगों में किसान आंदोलन के दौरान किसानों पर हमला करने वाले अमन व प्रदीप के खिलाफ कार्रवाई, एमएसपी गारंटी कानून बनाने, दिल्ली मोर्चे के दौरान किसानों पर दर्ज केस वापस लेने, लखीमपुर हत्याकांड के आरोपी आशीष मिश्रा की जमानत रद करने, बिजली वितरण कानून को रद करने, बिजली संशोधन बिल-2020 की प्रीसीडिंग हटाने, विश्व व्यापार संगठन के साथ किए समझौते रद करने, सडक़ प्रोजेक्ट के लिए अधिग्रहण की गई जमीनों की मुश्किलों को हल करने, गन्ने की कीमत 380 से बढ़ाकर 500 रुपए करने, प्रदूषण रोकथाम कानून सख्ती से लागू करने व दिल्ली मोर्चे के शहीदों के परिवारों को मुआवजा देने की मांग शामिल है।