किसानों को मंजूर नहीं केंद्र सरकार का प्रस्ताव
लुधियाना (राजकुमार साथी)। पंजाब, हरियाणा और राजस्थान से आए हजारों किसान रविवार को भी सिंघु और टीकरी बॉर्डर पर ही डटे डटकर प्रदर्शन करते रहे। किसानों ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की ओर से किया गया प्रस्ताव भी नामंजूर कर दिया है। किसान संगठनों ने फैसला किया है कि बुराड़ी में पहुंचे किसान भी वापस सिंघु बॉर्डर पर ही लौटेंगे। किसानों ने आशंका जताई है कि टिकरी बॉर्डर और सिंघु बॉर्डर के बाद सरकार हापुड़, आगरा और जयपुर रोड को भी सील कर देगी। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने किसानों से धरना देने के लिए निर्धारित बुराड़ी स्थित संत निरंकारी मैदान में पहुंचने की अपील की थी। उन्होंने कहा था कि किसान वहां पहुंचेंगे तो ही सरकार उनसे बातचीत करेगी। यूपी के किसानों ने दिल्ली पुलिस द्वारा लगाए गए बैरिकेड तोड़ डाले, हालांकि भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत के कहने पर मामला शांत है।
दिल्ली पुलिस ने उत्तर प्रदेश के किसानों को रोकने के लिए 2 लेयर में बैरिकेड लगाए हैं। अगर एक टूटा तो दूसरे पर हर हाल में किसानों को रोकने का इंतजाम है। इस बीच भाकियू के हरियाणा के प्रदेशाध्यक्ष गुरनाम सिंह चढ़ूनी ने अहम बयान में कहा है कि किसान अब दिल्ली नहीं जाएंगे। गुरनाम सिंह ने कहा कि बुराड़ी जाने का कोई इरादा नहीं है। सरकार ने पहले डंडे मारे फिर पानी की बौछारें और आंसू गैस छोड़े। अम्बाला से लेकर यहां तक हम पर 30-32 केस दर्ज किए जा चुके हैं। हत्या का केस तक हम पर दर्ज किया गया है। हमें डर है कि जाट आरक्षण की तरह अब कुछ असामाजिक तत्व हमारे बीच न घुस जाएं और कोई अनहोनी न कर दें। इसलिए हम सतर्क हैं।