किसानों का नहीं, देश का आंदोलन है यह : राहुल गांधी
दिल्ली। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष व सांसद राहुल गांधी ने संसद में कहा कि यह किसानों का आंदोलन नहीं, बल्कि पूरे देश का आंदोलन है। किसान सिर्फ इस आंदोलन का मार्ग दर्शक है। मीडिया रिपोट्र्स के अनुसार राहुल गांधी ने कहा कि आज पूरा देश सरकार की हम दो हमारे दो की नीति का विरोध कर रहा है। किसान इस आंदोलन में एक इंच भी पीछे नहीं हटेगा। सरकार को तीनों खेती कानून वापस लेने ही होंगे। लोकसभा में खेती कानूनों पर अपने अभिभाषण में राहुल गांधी ने कहा कि कल सदन को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा था कि विपक्ष आंदोलन की बात कर रहा है, लेकिन कृषि कानूनों की विषय–वस्तु और मंशा के बारे में बात नहीं कर रहा है। मुझे लगा कि मुझे आज उन्हें खुश करना चाहिए और कानूनों की सामग्री और मंशा पर ही बात करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि आज 4 लोग ही देश चला रहे हैं। यानि हम दो हमारे दो। राहुल ने कहा कि नए कानून से ठेले वाले व छोटे व्यापारियां का नुकसान होगा। आज देश की 40 फीसदी आबादी अनाज रखती है। यह 40 लाख करोड़ का धंधा है और भारत की 40 फीसदी आबादी इस पर जीती है। ऐसे में अगर एक व्यक्ति को पूरे देश का अनाज स्टोरेज करने की इजाजत दे दी गई तो उसके बाद किसान से कम दाम में अनाज की खरीद होगी और ज्यादा कीमत पर उन्हीं किसानों को अनाज बेचा जाएगा।