किडनी दान देकर जीवन बचाने वाली देवियों को किया सम्मानित
डीसी, सिंह साहिब, नायब शाही इमाम व कई संतों ने की सराहना, स्वैप किडनी ट्रांसप्लांट को बताया मानव धर्म की सच्ची मिसाल
लुधियाना (राजकुमार साथी)। हमारे देश में भले ही महिलाओं के सम्मान को अकसर ठेस पहुंचाने की कोशिशें होती रहती हों, लेकिन पुरुषों पर जब भी कोई विपत्ता आती है तो वही महिला देवी का रूप धारण कर उसे बचाने के लिए आगे आ जाती है।
चार दिन पहले गुजरे करवाचौथ पर्व से जुड़ी सत्यवान और सावित्री की कहानी भी इसी की मिसाल है। संगरूर व फतेहगढ़ साहिब जिलों में रहने वाली ऐसी ही दो देवियों को शनिवार को लुधियाना के अकाई अस्पताल में सम्मानित किया गया, जिन्होंने अपनी किडनी दान देकर अपने परिवार के मर्दों को जीवन दान दिया।
चंडीगढ़ रोड स्थित अकाई अस्पताल में आयोजित समारोह में शुभकामनाएं देने के लिए राज्यपाल बीपी सिंह बदनौर के प्रतिनिधि के तौर पर लुधियाना के डिप्टी कमिश्नर वरिंदर शर्मा, श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार सिंह साहिब ज्ञानी हरप्रीत सिंह, जामा मस्जिद के नायब शाही इमाम मोहम्मद उस्मान रहमानी लुधियानवी और संत राम सिंह समेत कई संत–महात्मा पहुंचे हुए थे।
सभी ने सिख व मुस्लिम परिवार में किडनी का आदान–प्रदान करके दो लोगों की जान बचाने वाली इस स्वैप किडनी ट्रांसप्लांट सर्जरी को मानव धर्म की सच्ची मिसाल बताया। धार्मिक नेताओं ने कहा कि यह भारतीय संस्कृति की सच्ची तसवीर है।
इस मौके पर मलेरकोटला की शकीला से किडनी लेने वाला मनवीर सिंह अपनी पत्नी मनप्रीत कौर और फतेहगढ़ साहिब की मनप्रीत कौर से किडनी लेने वाला मलेरकोटला का शकील अपनी बहन शकीला व भाई के साथ पहुंचा था।
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