काले पानी पर खफा हुए एनजीटी के चेयरमैन, नगर निगम को दी चेतावनी
लुधियाना (राजकुमार साथी)। लुधियाना पहुंची नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) मानिटरिंग कमेटी की टीम बुड्ढा दरिया में फैल रहे प्रदूषण और इसके काले पानी को देखकर काफी खफा हुई। टीम ने इस संबंध में नगर निगम को चेतावनी दी है। वहीं, बुड्ढा दरिया के किनारे बनाए गए माइक्रो फॉरेस्ट और फ्लोटिंग ड्रम ब्रिज पर अफसरों की तारीफ भी की। जैनपुर में बुड्ढा दरिया के काले पानी को देखकर कमेटी के चेयरमैन रिटायर्ड जस्टिस जसबीर सिंह ने निगम कमिश्नर को धमकी भरे लहजे में कहा कि बुड्ढा दरिया की सेहत सुधार लो, तीन करोड़ रुपये की मंथली पैनल्टी रोक रखी है। अगर हालात नहीं सुधरे तो यह पैनल्टी लगनी शुरू हो जाएगी। जिस पर निगम कमिश्नर ने कमेटी को आश्वासन दिया कि बुड्ढा दरिया को प्रदूषण मुक्त बनाने के लिए निगम तेजी से सुधार कर रहा है।
जस्टिस जसबीर सिंह, संत सींचेवाल, बाबू राम, एससी अग्रवाल व अन्य सदस्य सबसे पहले पीएयू के सटन हाउस पहुंचे। वहां से वे नूरपुर बेट स्थित निर्माणाधीन कारकस प्लांट देखने पहुंचे। उन्होंने निगम अफसरों को कहा कि 30 नवंबर तक पूरा करने को कहा। अफसरों ने इसके लिए फरवरी तक का टाइम मांगा तो चेयरमैन बोले नवंबर के बाद निगम को एक लाख रुपये प्रति माह जुर्माना देना होगा। कमेटी ने स्लाटर हाउस, माइक्रो फोरेस्ट, फ्लोटिंग ड्रम ब्रिज का जायजा लिया। जस्टिस जसबीर सिंह ने निगम कमिश्नर को कहा कि 31 मार्च 2021 तक सीवरेज का पानी दरिया में गिरना बंद नहीं हुआ तो जुर्माना भरने के लिए तैयार रहें।