आरोपी चंडीगढ़ पुलिस के सब–इंस्पेक्टर को दूसरी बार किया गया बर्खास्त
लुधियाना (राजकुमार साथी)। चंडीगढ़ पुलिस के सब–इंस्पेक्टर ने अपने साथी पुलिसकर्मियों के साथ मिलकर 2 हजार के नोट बदलने के नाम पर बठिंडा के कारोबारी संजय गोयल से एक करोड़ रुपए लूट लिए। कारोबारी की शिकायत पर पुलिस ने लूटे गए 75 लाख रुपए बरामद कर लिए। इसके साथ ही मामले के मुख्य आरोपी सब–इंस्पेक्टर नवीन फोगाट को दूसरी बार नौकरी से बर्खास्त कर दिया गया। मीडिया रिपोट्र्स के अनुसार रविवार को हुई प्रेस कांफ्रेंस के दौरान चंडीगढ़ की एसएसपी कंवरदीप कौर ने बताया कि बठिंडा के कारोबारी संजय गोयल ने 4 अगस्त को दी शिकायत में बताया कि उसके दोस्त ने उसे बताया कि कुछ जानकार लोग दो हजार के नोट बदलना चाहते हैं। इस कारण वह 5 सौ के एक हजार नोट लेकर मोहाली पुहुंचे। वहां से एयरोसिटी रोड स्थित ब्राइट इमिग्रेशन के दफ्तर में चले गए। यहां मौजूद सर्वेश नामक व्यक्ति उन्हें लेकर चंडीगढ़ के सेक्टर-40 में पहुंचा।
संजय गोयल के मुताबिक सेक्टर-40 में एक सब–इंस्पेक्टर व तीन अन्य पुलिसकर्मी वर्दी में खड़े थे। उनकी कार रुकते ही पुलिस वाले उनकी गाड़ी में घुस गए और ड्राइवर को पकड़ लिया। इस दौरान पुलिस का इशारा होते ही उन्हें वहां लेकर पहुंचा सर्वेश व गिल नामक व्यक्ति वहां से चले गए। पुलिसवालों ने कार की तलाशी लेकर सारा पैसा निकाल लिया। पुलिस उसे वहां से सेक्टर-40 के बीट बॉक्स और वहां से सेक्टर-39 की धान मंडी के पास ले गई। वहां पहुंचने पर उनकी कार में मौजूद पैसे एक डस्टर कार में रखवा ली गई। जब उन्होंने इसका विरोध किया तो पुलिस वालों ने उसे एनकाउंटर की धमकी दी। जिससे वह डर गया और इसकी सूचना एसएसपी को दी। एसएसपी के निर्देश पर डीएसपी चरनजीत ने संजय गोयल को सेक्टर-39 के थाने पर बुलाया। वहां संजय ने सब–इंस्पेक्टर नवीन फोगाट को पहचान लिया। इसके बाद नवीन उससे डील की कोशिश करने लगा, मगर संजय के नहीं मानने पर नवीन थाने से फरार हो गया। एसएसपी ने बताया कि लूटे गए पैसों में से 75 लाख रुपए बरामद कर लिए गए हैं। इसके साथ ही नवीन फोगाट के साथ–साथ मौके पर मौजूद रहे तीन पुलिसकर्मियों, इमिग्रेशन कंपनी के सर्वेश कौशल, गिल व जितेंद्र नामक व्यक्ति के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है। जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। बताया जा रहा है कि नवीन फोगाट पर पहले भी एक मॉडल से रेप करने का आरोप लग चुका है। जिसके चलते उसे बर्खास्त कर दिया गया था। लेकिन कोर्ट में चली सुनवाई में बरी होने के बाद उसे बहाल कर दिया गया था। वर्तमान समय में वह सेक्टर-39 के थाने में एडिश्नल एसएचओ के तौर पर तैनात था।