सिर झुकाए और हाथ बांधे अदालत में खड़े रहे आशू

Share and Enjoy !

Shares

विजिलेंस ने ट्रांसपोटेशन घोटाले में गिरफ्तार किया है पूर्व फूड एंड सिविल सप्लाई मंत्री को

लुधियाना (राजकुमार साथी) अपने मंत्रीत्व काल में काफी मजबूत कहे जाने वाले पूर्व फूड एंड सिविल सप्लाई मंत्री भारत भूषण आशु की एक रात हवालात में बिताने के बाद विजिलेंस ने उन्हें कोर्ट में पेश किया। जहां आशू करीब डेढ़ घंटा तक सिर झुकाए और हाथ बांधे खड़े रहे। कोर्ट ने उन्हें 27 अगस्त तक पुलिस रिमांड पर भेज दिया है। कांग्रेस की ओर से 22 अगस्त को चंडीगढ़ में विजिलेंस डायरेक्टोरेट के बाहर प्रदर्शन किया गया था। जिसमें आशु ने कहा था कि उन्हें नामजदगी का डर दिखाकर गिरफ्तारी की बातें कही जा रही हैं। अगर विजिलेंस ने उन्हें नामजद किया है तो उसे गिरफ्तार करके दिखाए। इसके बाद आशु लुधियाना लौट आए थे और एक सैलून में बाल कटवाने पहुंचे थे। वहां पहुंची विजिलेंस की टीम ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। 23 अगस्त को उन्हें कोर्ट में पेश किया गया। जहां से उन्हें चार दिन के रिमांड पर भेज दिया गया।अदालत से आशु को चार दिन के पुलिस रिमांड को भेजने के बाद कांग्रेस नेता भी सक्रिय हो गए। विजिलेंस कार्यालय के बाहर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने टेंट लगा दिया। प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष अमरिदर सिंह राजा वड़िंग ने कहा उनका मकसद विजिलेंस के काम में बाधा डालना नहीं। वे इस टेंट में धरने पर बैठक अपने नेता का समर्थन करेंगे। इससे पहले आशु की गिरफ्तारी के बाद दूसरे दिन मंगलवार को विजिलेंस कार्यालय के बाहर दिनभर गहमागहमी का माहौल रहा। आशु के समर्थक और कांग्रेस के कई नेता विजिलेंस कार्यालय के बाहर इकट्ठा हुए थे। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अमरिदर सिंह राजा वड़िंग, प्रगट सिह, आशु के चचेरे भाई नरिदर काला, मेयर बलकार संधू, गगनदीप सनी भल्ला, जिला कांग्रेस अध्यक्ष अश्वनी शर्मा, पूर्व विधायक संजय तलवाड़, सुरिदर डाबर सहित कई नेता विजिलेंस कार्यालय के बाहर पहुंचे थे। दिनभर कांग्रेस नेता विजिलेंस कार्यालय के बाहर बैठे रहे। इस दौरान किसी ने कोई प्रदर्शन नहीं किया। कांग्रेस नेताओं ने इतना जरूर कहा कि आम आदमी पार्टी को बदलाखोरी में शिरोमणि अकाली दल बादल को भी पीछे छोड़ दिया है। हालांकि आशु को विजिलेंस कार्यालय से अदालत ले जाने के बाद कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रताप सिंह बाजवा और पूर्व विधायक राज कुमार चब्बेवाल, सांसद गुरजीत औजला सीधे अदालत में पहुंचे। कांग्रसे ने पूर्व मंत्री आशु के खिलाफ विजिलेंस की कार्रवाई को राजनीतिक बदले की कार्रवाई बताया। अदालत में पेश करने से पहले आशु का मेडिकल करवाया गया। सुरक्षा कारणों से आशु का मेडिकल विजिलेंस कार्यालय में ही करवाया गया। सिविल अस्पताल से डाक्टरों की टीम सुबह 11:24 बजे कार्यालय पहुंची और मेडिकल किया। सोमवार रात को आशु को सांस लेने में दिक्कत आई थी। विजिलेंस ने उनका कार्यालय में ही उपचार करवाया था। आशु की गिरफ्तारी के बाद से ही पुलिस ने विजिलेंस कार्यालय के बाहर सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए हैं। मंगलवार को अदालत में पेशी के दौरान अदालत परिसर में भी कड़े प्रबंध किए गए थे। जेसीपी नरिदर भार्गव की अगुआई में एडीसीपी सुभम अग्रवाल सहित कई अधिकारी दिनभर वहां तैनात रहे। विजिलेंस कार्यालय की ओर जाने वाले रास्ते को भी बैरिकेडिंग कर दिनभर बंद रखा गया।

Share and Enjoy !

Shares

About Post Author

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *