लुधियाना (राजकुमार साथी)। अमृतसर में शिव सेना के नेता सुधीर सूरी की हत्या के बाद धार्मिकता की आड़ में राजनीति चमकाने वाले शिव सेना नेताओं की सुरक्षा को लेकर पंजाब पुलिस के माथे पर चिंता की लकीरें गहरी हो गई हैं। संत जरनैल सिंह भिंडरावाला और खालिस्तानियों के खिलाफ बयानबाजी करने वाले शिव सेना के नेता अमित अरोड़ा की सुरक्षा को अभेद बनाते हुए पुलिस ने उन्हें बुलेट प्रूफ जैकेट भी पहना दी है। अपनी तेजतर्रार बयानबाजी के कारण अमित अरोड़ा खालिस्तानियों की हिट लिस्ट में हैं। सुधीर सूरी की मौत के बाद पुलिस ने अमित को नजरबंद कर दिया है। उन्हें अमृतसर जाने की अनुमति भी नहीं दी गई। पुलिस 24 घंटे उनकी गतिविधियों पर नजर रखे हुए हैं। अमित अरोड़ा पर 2016 में हमला हुआ था। दो फरवरी 2016 को अमित फैक्टरी से निकलकर बस्ती जोधेवाल में सूप पीने गया था। वहीं उसकी गर्दन में गोली लगी औ्र उसे सीएमसी में भर्ती कराया गया था। 22 जून को पुलिस ने उसे ही आरोपी बनाकर गिरफ्तार कर लिया था। पुलिस का आरोप था कि अमित को गोली नहीं लगी, बल्कि उसने सरिए से गर्दन पर निशान बनाया है। पूछताछ करने के बाद उसे जेल भेज दिया गया था, लेकिन टारगेट किलिंग के आरोपी पकड़े जाने पर तत्कालीन सीएम व डीजीपी ने उसे क्लीनचिट दे दी थी।